23 देशों के 75 प्रतिनिधियों ने 6 राज्यों में मतदान प्रक्रिया को प्रत्यक्ष रूप से देखा
नई दिल्ली, 09 मई (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय चुनाव आगुंतक कार्यक्रम (आईईवीपी) के तहत 23 देशों के 75 प्रति
अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल


नई दिल्ली, 09 मई (हि.स.)। अंतरराष्ट्रीय चुनाव आगुंतक कार्यक्रम (आईईवीपी) के तहत 23 देशों के 75 प्रतिनिधियों ने भारत के छह राज्यों में मतदान प्रक्रिया को प्रत्यक्ष रूप से देखा। अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने मतदान प्रक्रिया में पारदर्शिता की सराहना की। साथ ही चुनाव आयोग की हरित मतदान केंद्रों जैसी पहल को प्रेरणादायक बताया।

अतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने 4 से 9 मई तक जिन राज्यों का दौरा किया उनमें कर्नाटक, गोवा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र शामिल हैं।

चुनाव आयोग ने गुरुवार को बताया कि प्रतिनिधियों ने ईवीएम-वीवीपीएटी के रैंडमाइजेशन सहित चुनावों में बड़े पैमाने पर प्रौद्योगिकी के उपयोग की भी सराहना की। कुछ प्रतिनिधियों ने यह भी कहा कि वे लोकतांत्रिक आदर्शों को मजबूत करने के प्रति भारतीय मतदाताओं की अटूट आस्था और प्रतिबद्धता से विशेष रूप से प्रभावित हैं। आयोग ने कहा कि कुल मिलाकर, इन देशों के चुनाव प्रबंधन निकायों के दौरे पर आए सदस्यों के बीच इस बात पर सर्वसम्मति थी कि भारत में चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण, समावेशी और सुलभ थी और यहां एक उत्सव माहौल है।

आयोग ने बताया कि कंबोडिया, ट्यूनीशिया, मोल्दोवा, सेशेल्स और नेपाल के प्रतिनिधियों ने कर्नाटक में बेलगाम संसदीय क्षेत्र का दौरा किया और मतदान केंद्र के अंदर मतदान अधिकारियों और पीठासीन अधिकारियों के साथ बातचीत की। उन्होंने मॉक पोल को देखा, कमांड कंट्रोल सेंटर, मीडिया निगरानी सुविधाओं का भी दौरा किया।

भूटान, मंगोलिया के प्रतिनिधियों और इजराइल की एक मीडिया टीम ने गोवा के दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान और संबंधित व्यवस्थाएं देखीं। प्रतिनिधियों ने चुनाव के संचालन में मतदान केंद्र के अंदर राजनीतिक दलों, मीडिया, उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों को शामिल करने में पारदर्शिता की सराहना की। साथ ही ईवीएम-वीवीपैट के रैंडमाइजेशन के लिए सॉफ्टवेयर के उपयोग को भी सराहा गया।

श्रीलंका और फिलीपींस के प्रतिनिधियों की 11 सदस्यीय अंतरराष्ट्रीय टीम ने भोपाल, विदिशा, सीहोर और रायसेन निर्वाचन क्षेत्रों के मतदान केंद्रों का दौरा किया। मतदाताओं से बातचीत करते हुए उन्होंने लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भारतीय नागरिकों के उत्साह और सक्रिय भागीदारी को देखा।

चिली, जॉर्जिया, मालदीव, नामीबिया, पापुआ न्यू गिनी और उज्बेकिस्तान के प्रतिनिधियों ने 7 मई को उत्तर प्रदेश के फतेहपुर सीकरी और आगरा संसदीय क्षेत्र में मतदान देखा। प्रतिनिधियों में इस बात पर सर्वसम्मति थी कि भारत में चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण, समावेशी और सुलभ थी।

फिजी, ऑस्ट्रेलिया, रूस, मेडागास्कर, किर्गिज़ गणराज्य के प्रतिनिधियों ने अहमदाबाद में लोकसभा चुनाव के लिए पूर्व-मतदान व्यवस्था और मतदान प्रक्रिया देखी। प्रतिनिधिमंडल डबल लॉक सिस्टम वाले स्ट्रांग रूम और ईवीएम की प्रभावी सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले सशस्त्र पुलिस कर्मियों की तैनाती से प्रभावित हुआ।

बांग्लादेश, श्रीलंका, कजाकिस्तान और जिम्बाब्वे के चुनाव प्रबंधन निकायों के प्रतिनिधियों ने महाराष्ट्र में रायगढ़ संसदीय क्षेत्र का दौरा किया और चुनाव पूर्व व्यवस्था, मतदान दलों के फैलाव और अन्य साजो-सामान को देखा। प्रतिनिधि मतदान केंद्रों पर पारदर्शिता उपायों से प्रभावित हुए।

हिन्दुस्थान समाचार/ सुशील/दधिबल