बूथ कैप्चरिंग की शिकायत पर दाहोद के परथमपुरा में 11 मई को पुनर्मतदान
-वीडियो वायरल होने के बाद चुनाव आयोग का फैसला दाहोद, 9 मई (हि.स.)। दाहोद लोकसभा सीट के अंतर्गत महीस
ईसीआई


-वीडियो वायरल होने के बाद चुनाव आयोग का फैसला

दाहोद, 9 मई (हि.स.)। दाहोद लोकसभा सीट के अंतर्गत महीसागर जिले के परथमपुरा गांव के बूथ नंबर 220 पर 11 मई को पुनर्मतदान कराया जाएगा। इस मतदान केन्द्र पर बूथ कैप्चरिंग का वीडियो, सोशल मीडिया में वायरल होने के बाद यह निर्णय लिया गया है। मामले के आरोपित विजय भाभोर और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया गया था।

जानकारी के अनुसार चुनाव आयोग को दाहोद लोकसभा सीट के अंतर्गत आने वाले महीसागर जिले की संतरामपुर तहसील के परथमपुरा गांव के मतदान केन्द्र पर बूथ कैप्चरिंग की शिकायत मिली थी। आरोप के मुताबिक 7 मई को परथमपुर गांव की प्राथमिक शाला के बूथ नंबर 220 पर भाजपा नेता के पुत्र विजय भाभोर ने बूथ कैप्चरिंग की थी। आरोपित ने बूथ कैप्चरिंग की पूरी घटना सोशल मीडिया पर लाइव भी कर दी।

आरोपित विजय भाभोर संतरामपुर की गोठिब तहसील पंचायत के पूर्व प्रमुख रमेश भाभोर का पुत्र है। महीसागर जिला कलक्टर नेहा कुमारी के अनुसार वायरल वीडियो में जो दो लोग दिखाई दे रहे हैं, उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर प्राथमिकी दर्ज की है। आरोपित विजय भाभोर पर बूथ के अंदर जाकर कांग्रेस एजेंट सनाभाई तावीयाड के साथ मारपीट करने और जान से मारने की धमकी देने का आरोप है। सनाभाई तावीयाड की तरफ से शिकायत दर्ज कराई गई है।

संतरामपुर में बूथ कैप्चरिंग केस में रिपोर्ट मांगी गई थी। जिला चुनाव अधिकारी ने इस रिपोर्ट को चुनाव आयोग को दिया है। इसमें बोगस वोटिंग का उल्लेख है। रिपोर्ट में वायरल वीडियो का भी उल्लेख किया गया है। जानकारी के अनुसार रिपोर्ट में 5 से 10 मिनट तक बूथ कैप्चरिंग का उल्लेख किया गया है। प्रीसाइडिंग ऑफिसर समेत अन्य अधिकारियों व कर्मचारियों से जवाब मांगे गए हैं। प्रीसाइडिंग ऑफिसर को नोटिस देकर एक दिन के भीतर जवाब देने को कहा गया था। नोटिस में उनसे सवाल किया गया था कि जब उनके सामने यह घटना हुई तो उन्होंने ऊपरी अधिकारियों को इसकी जानकारी क्यों नही दी। कुल 4 अधिकारियों को नोटिस दी गई थी।

हिन्दुस्थान समाचार/बिनोद/संजीव