Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
जम्मू, 8 मई (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष डॉ. सैयद दरख्शां अंद्राबी ने बुधवार को राजौरी के अपने दौरे के दूसरे दिन बाबा गुलाम शाह बादशाह (आरए) के तीर्थ परिसर में इमाम सम्मेलन की अध्यक्षता की और संबोधित किया। इससे पहले डॉ. अंद्राबी ने कई सार्वजनिक प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात की और पहाड़ी समुदाय और गुज्जर और बकरवाल कल्याण मंच के एक प्रतिनिधिमंडल सहित विभिन्न वर्गों के लोगों से बात की।
डॉ. अंद्राबी ने शाहदरा शरीफ के प्रसिद्ध सूफी मंदिर में वक्फ बोर्ड की स्मार्ट मशीनरी पहल की शुरुआत का नेतृत्व किया। इमाम कॉन्फ्रेंस में जिले के प्रमुख इमामों ने हिस्सा लिया। अपने संबोधन में डॉ. अंद्राबी ने कहा कि युवा पीढ़ी के बीच सूफी शिक्षा के बारे में जागरूकता पैदा करने में इमामों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है। धार्मिक प्रचारकों पर समाज में शांति, समावेशिता और नैतिकता का प्रचार करने की अतिरिक्त जिम्मेदारी है। हमें अपने युवाओं को विभाजनकारी विचारों, नशीली दवाओं के दुरुपयोग, हिंसा और नफरत की चालों के खतरों के बारे में बार-बार जागरूक करना होगा।
उन्होंने कहा कि समावेशिता, राष्ट्रवाद, मानवता और सूफी आध्यात्मिक विचारों के सिद्धांत ही हमें शांति और प्रगतिशील भविष्य की ओर ले जा सकते हैं और हमारे उलेमा और धार्मिक प्रचारकों को इस संदर्भ में अग्रणी भूमिका निभानी होगी।
हिन्दुस्थान समाचार/राहुल/बलवान