चुनावी बंदिशों से अक्षय तृतीया पर्व के पहले बाजार में पसरा सन्नाटा
महोबा, 08 मई (हि.स.)। अक्षय तृतीया पर्व को लोकमान्य धनतेरस के रूप में मानते हैं। आगामी 10 मई को अक्ष
महोबा


महोबा, 08 मई (हि.स.)। अक्षय तृतीया पर्व को लोकमान्य धनतेरस के रूप में मानते हैं। आगामी 10 मई को अक्षय तृतीया पर्व को लेकर सर्राफा बाजार में उत्साह नजर नहीं आ रहा है। सोना चांदी के आभूषणों का व्यापार करने वाले व्यापारियों के अनुसार सहालग का सन्नाटा और चुनावी बंदिशों के चलते बहुत कम आर्डर है। नकदी की सीमा कम होने के चलते ऑर्डर नहीं मिलने से कारोबार सही ढंग से नहीं चल रहा है।

अक्षय तृतीया वाले दिन सहालग नहीं पड़ रही है और दूसरी ओर निर्वाचन को लेकर आचार संहिता लागू होने से बिना कागजात अधिकतम पचास हजार रुपये लेकर ही आ-जा सकते हैं। सर्राफा व्यापारियों की माने तो बीते वर्ष अक्षय तृतीया के पर्व पर सोना चांदी के आभूषण खरीदने के पहले से ही लोगों के द्वारा ऑर्डर बुक कराए जा रहे थे। इस बार बाजार में सन्नाटा छाया हुआ है। चुनाव का असर साफ देखने को मिल रहा है। चुनावी माहौल होने के कारण कोई रिस्क नहीं लेना चाह रहा है। चुनाव की वजह से बाहर से माल भी नहीं आ पा रहा है, ऐसे में इस बार अक्षय तृतीया पर जेवरात विक्रेताओं को अच्छी दुकानदारी की उम्मीद नजर नहीं आ रही है।

हिन्दुस्थान समाचार/ उपेंद्र/मोहित