पीठासीन पदाधिकारियों को दिया गया चुनाव संबंधी प्रशिक्षण
खूंटी, 3 मई (हि.स.)। लोकसभा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष व स्वच्छ संपन्न कराने के निमित प्रशिक्षण को
चुनाव संबंधी प्रशिक्षण


खूंटी, 3 मई (हि.स.)। लोकसभा चुनाव को स्वतंत्र, निष्पक्ष व स्वच्छ संपन्न कराने के निमित प्रशिक्षण कोषांग, खूंटी द्वारा शुक्रवार को 60-खूंटी एवं 59-तोरपा विधानसभा क्षेत्र के लिए प्रतिनियुक्त पीठासीन पदाधिकारियों के लिए बिरसा कॉलेज, खूंटी औरं लोयला इंटर कॉलेज परिसर में अलग-अलग प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

पीठासीन पदाधिकारियों को डिस्पैच सेंटर से लेकर कलेक्शन सेंटर तक निर्वाचन की संपूर्ण प्रक्रिया की जानकारी दी गई। शुक्रेवार से सुविधा केंद्रों पर पोस्टल वोटिंग का शुभारंभ हुआ। पोस्टल वोटिंग के लिए आवेदन करने वाले पीठासीन पदाधिकारियों ने संबंधित प्रशिक्षण केंद्र में स्थापित सुविधा केंद्र पर पोस्टल बैलेट द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग किया। प्रशिक्षण के दौरान प्रशिक्षण कोषांग के मास्टर ट्रेनरों द्वारा डिस्पैच सेंटर से मतदान के दिन मतदान केंद्र और मतदान के बाद कलेक्शन सेंटर पर कार्य निष्पादन एवं दायित्वों से पीठासीन पदाधिकारियों को अवगत कराया गया।

चुनाव कार्य में उपयोग में लाये जाने वाले विभिन्न प्रपत्रों की चर्चा करते हुए उन प्रपत्रों को संधारित करने की विधि से अवगत कराया गया। बताया गया कि प्रपत्रों को भरने में विशेष सावधानी की जरूरत होती है। प्रशिक्षण के दौरान चुनाव कार्य में उपयोग में लाये जाने वाले विभिन्न प्रपत्रों के डम्मी प्रपत्र का प्रयोग कर संधारित करने के तरीके की व्यावहारिक जानकारी दी गई। पीठासीन पदाधिकारियों को मॉक पोल, सिलिंग और वास्तविक मतदान, मतदान समाप्ति के बाद प्रपत्रों का पैकेटिंग से संबंधित प्रक्रियाओं के संबंध में विस्तार से बताया गया।

उन्हें इवीएम के माध्यम से मतदान की संपूर्ण प्रक्रिया से अवगत कराते हुए सीयू, बीयू एवं वीवीपैट के संयोजन एवं कार्यप्रणाली की व्यावहारिक जानकारी दी गई। पोस्टल वोटिंग आरंभ होने से पूर्व प्रशिक्षण कोषांग के वरीय पदाधिकारी सह परियोजना निदेशक, आइटीडीए, आलोक शिकारी कच्छप, कार्मिक कोषांग के वरीय पदाधिकारी सह डीडीसी श्याम नारायण राम , प्रशिक्षण कोषांग के प्रभारी पदाधिकारी सह जिला भू-अर्जन पदाधिकारी परवेज सहित अन्य अधिकारियों द्वारा सुविधा केंद्रों पर पोस्टल वोटिंग कें लिए की गई व्यवस्था का जायजा लिया गया। इससे पूर्व चुनाव कार्य संपादन से संबंधित 50 प्रश्नों के माध्यम से पीठासीन पदाधिकारियों की कार्य कुशलता की जांच के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल