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मुंबई ,3 मई ( हि स ) | महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव की घोषणा के बाद ठाणे लोकसभा चुनाव में ठाणे सीट से एनडीए से किसकी उम्मीदवारी तय होगी ,आज यह सस्पेंस भी आखिर समाप्त हो गया जब शिवसेना शिंदे समूह के प्रवक्ता और ठाणे के पूर्व महापौर नरेश म्हस्के ने अपना नामांकन आज प्रस्तुत कर दिया | स्वयं राज्य के मुख्यमंत्री शिंदे भी दौरान उपस्थित थे ,| इस दौरान ठाणे में शिवसेना शिंदे गुट ने हजारों कार्यकर्ताओं के साथ अपना शक्ति प्रदर्शन भी किया |
उल्लेखनीय है कि 25 वीं ठाणे लोकसभा क्षेत्रों के लिए *शिवसेना पार्टी (शिंदे समूह) के उम्मीदवार नरेश गणपत म्हस्के ने दोपहर 12.55, 12.59 बजे चुनाव रिटर्निंग अधिकारी और ठाणे लोकसभा क्षेत्रों के अपर कलेक्टर मनीषा जयभाये से संपर्क किया। 01.03 बजे. 01.19 को चार नामांकन प्रपत्र दाखिल किये गये। इस अवसर पर राज्य के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे, लता एकनाथ शिंदे, मीनाक्षी शिंदे, गणेश नाइक, संजीव नाइक, मंदा म्हात्रे, विधायक प्रताप सरनाईक, विधायक संजय केलकर, रवींद्र फाटक आनंद परांजपे, अभिजीत पांसे, हरि माली आदि उपस्थित थे |
बताया जाता है कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं में चर्चा थी कि इस वार एनडीए गठबंधन में ठाणे सीट बीजेपी के खाते में आएगी | ठाणे लोकसभा की यह परंपरागत सीट स्वर्गीय शिवसेना के सांसद प्रकाश परांजपे के ठाणे से चुनाव लड़ने के बाद बीजेपी के हाथ से निकल गई थी | इसके बाद जब ठाणे लोकसभा विभाजित होकर ठाणे और कल्याण लोकसभा बनी ,तब भी दोनों स्थानों पर शिवसेना का कब्ज़ा बरकरार ही रहा था | लेकिन जब शिंदे बीजेपी भारी समर्थन से राज्य के मुख्यमंत्री बने थे तब ठाणे में बीजेपी के कार्यकर्ताओं को लग रहा था कि ठाणे सीट अब बीजेपी के खाते में आ सकती है | इसी तारतम्य में पूर्व सांसद और बीजेपी नेता संजीव नाइक ने तो करीव एक माह से जनसम्पर्क भी शुरु कर दिया था |
चर्चा है कि संजीव नाइक को प्रत्याशी नहीं बनाये जाने से बीजेपी कार्यकर्ताओं में नाराजगी व्यक्त की जा रही है | नवीमुंबई से कुछ नेताओं के त्यागपत्र दिए जाने की अटकले नजर आ रही हैं | जबकि विरोधी दलों का आरोप की जानबूझकर गणेश नाइक की उपेक्षा की गई है |
राजनैतिक सूत्रों कहना है कि राज्य में एनडीए गठबंधन ने एकनाथ शिंदे को मिली 15 सीटों में 13 स्थानों पर शिवसेना यूबीटी और शिंदे गुट आमने सामने है ,और उन तरह स्थानों में ठाणे और कल्याण क्षेत्र को भी रखा गया है |इस तरह से राज्य मे शिवसेना यूबीटी और शिवसेना शिंदे दोनों पक्षों में ही मतों का विभाजन लगभग तय है | हालांकि ठाणे में शिवसेना शिंदे गुट से सबसे अधिक चर्चित नामों में विधायक प्रताप सरनाईक ,उनके बेटे पूर्वेश सरनाईक ,विधान परिषद् सदस्य शिंदे गुट के नेता रवींद्र फाटक ,और पूर्व महापौर मीनाक्षी शिंदे को उम्मीदवारी दिए जाने पर मोहर लगना भर शेष बताया जा रहा था | लेकिन आखिर शिंदे गुट के प्रवक्ता म्हस्के ने बाजी जीत ही ली |
ठाणे लोकसभा सीट से एकनाथ शिंदे सबसे करीबी माने जाने वाले नरेश म्हस्के की मजबूत दावेदारी के पीछे एक और तर्क है कि जब राज्य में शिवसेना विभाजित हुई और शिवसेना के दो तिहाई विधायकों ने राज्य की सीमा से निकल कर सूरत और फिर गुहाटी का रुख किया था, तब सभी बागी विधायकों एक साथ मजबूती से रखने का काम नरेश म्हस्के ही ने किया था | इसके बाद ही शिवसेना शिंदे के शीर्ष नेतृत्व ने राज्य के प्रवक्ता नरेश म्हस्के को ठाणे लोकसभा से प्रत्याशी बनाने का मन बना लिया था |
हिन्दुस्थान समाचार /रविंद्र