Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
अयोध्या, 23मई (हि.स.)। तेलंगाना राज्य के ज्ञान रत्न से सम्मानित हैदराबाद निवासी पंडित किशन रॉव देशपांडे ने गुरुवार को बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर रामलला मंदिर प्रांगण की यज्ञशाला में स्वरचित गीत जय प्रसन्न हनुमान का पाठ किया गया। इस अवसर पर यज्ञशाला पहुंच कर श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चम्पत राय ने उनका अभिनंदन किया और स्मृति चिह्न भेंट किया।
हैदराबाद निवासी पंडित किशन रॉव देशपांडे के अनुसार गोस्वामी तुलसीदास कृत हनुमान चालीसा के अध्ययन में यह महसूस किया कि अभी चालीसा की चौपाइयों की और अधिक व्यख्या की जरुरत है। साथ ही हनुमान जी के अन्य कार्यों का भी गुणगान होना चाहिए। इसी विचार से अध्यात्म रामायण का अध्ययन कर तेलगु भाषा में जय प्रसन्न हनुमान की रचना की।
पंडित किशन रॉव देशपांडे ने बताा कि रचना व गुणगान की सफलता का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि तेलगु गायक एस पी बालसुब्रमण्यम ने इसे अपनी आवाज़ दी है। आज यह घर-घर सुनी जा रही है। इस सफलता से प्रेरित होकर 140 पंक्तिओं में इसका हिंदी रूपांतरण किया। जिससे यह हिंदी भाषी क्षेत्र में भी प्रसारित हो सके। इस मौके पर ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र व नन्द किशोर देशपांडे भी उपस्थित थे।
हिन्दुस्थान समाचार/पवन/राजेश