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दंतेवाड़ा, 02 मई (हि.स.)। जिले के वनमंडल अंतर्गत कुल सात प्राथमिक लघुवनोपज समितियों के माध्यम से 11 लाटों के 144 फड़ो में तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य शुरू किया गया है। जहां 22 हजार के करीब परिवारों द्वारा तेंदूपत्ता का संग्रहण कार्य किया जा रहा है। जिले में कुल 19 हजार 200 मानक बोरा तेंदूपत्ता संग्रहण का लक्ष्य है, जिसमें से लगभग 17 हजार मानक बोरा का संग्रहण किया जा चुका है।
इस बार जिले के 11 के 11 लाट ठेकेदारों द्वारा लिए गए हैं। किसी भी लॉट में सरकारी खरीद नहीं है। फिर भी अधिकारी रोजाना जिले के विभिन्न ग्रामों का दौरा कर रहे हैं। साथ ही अपने अधीनस्थ कर्मचारियों, फड़मुंशियों एवं प्रबंधकों को तेंदूपत्ता की दर, लघुवनोपज की दर एवं शासन की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने व्यापक प्रचार-प्रसार करने प्रेरित कर रहे हैं।
विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भी तेंदूपत्ता संग्राहक परिवार नगद भुगतान हेतु मांग करने लगे हैं। उनका कहना है कि तेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य लगभग समाप्ति की ओर है। समितियों द्वारा ऑनलाइन भुगतान हेतु संग्रहकों से बैक खाता मांगे जा रहे हैं। जिसके लिए ग्रामीण बहुत जल्द विधायक एवं कलेक्टर से मुलाकात कर नगद भुगतान की मांग करेंगे।
दंतेवाड़ा डीएफओ डॉ. सागर जाधव ने बताया कि इस वर्ष 15 दिनों तक तेंदूपत्ता संग्रहण किया जायेगा, 15 दिनों में हम आसानी तेंदूपत्ता संग्रहण का तस लक्ष्य हासिल कर लेंगे। जिले के बहुत से समितियों में 11-12 अप्रैल से तेंदूपत्ता संग्रहण कार्य शुरू है और आज भी समितियों में खरीद जारी है। साथ ही सभी संग्रहकों को शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाने कम से कम 500-500 गद्दी पत्ता तोड़ने को प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिले में बीमा, छात्रवृत्ति अन्य लघुवनोपज संग्रहण आदि योजनाओं का संचालन प्राथमिकता के साथ किया जा रहा है। जिसका मुख्य उद्देश्य संग्राहको को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना एवं उनके जीवन-स्तर को ऊपर उठाना है।
हिन्दुस्थान समाचार/ राकेश पांडे