'एनएलसीआईएल' ने 36.32 मीट्रिक टन कोयला एवं लिग्नाइट का उत्पादन कर बनाया रिकॉर्ड
चेन्नई (तमिलनाडु), 15 मई (हि.स.)। एनएलसीआईएल ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान 36.32 मीट्रिक टन उत्पा
कोयला मंत्रालय के अधीन प्रतिष्ठान “एनएलसीआईएल” ने बनाया नया रिकार्ड, कुल 36.32 मीट्रिक टन कोयला एवं लिग्नाइट किया उत्पादन


चेन्नई (तमिलनाडु), 15 मई (हि.स.)। एनएलसीआईएल ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान 36.32 मीट्रिक टन उत्पादन कर अबतक का सर्वाधिक कोयला एवं लिग्नाइट उत्पादन का रिकार्ड बनाया है।

एनएलसीआईएल द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि तालाबीरा खदान से अब तक का सर्वाधिक 12.64 मीट्रिक टन कोयला उत्पादन हुआ है, जिसमें 11.76 मीट्रिक टन कोयला विभिन्न जगहों पर भेजा गया। बरसिंगसर खदान से अब तक का सर्वाधिक 2.10 मीट्रिक टन लिग्नाइट उत्पादन करने के साथ-साथ 5.59 मीट्रिक टन का सर्वकालिक उच्चतम लिग्नाइट उत्पादन किया गया। एनएलसीआईएल खदान के कोयला और लिग्नाइट उत्पादन के लिए 13 फाइव स्टार रेटिंग पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है। द्वितीय खदान और एनएलसीआईएल की खदान-I को वर्ष 2020-21 और 2021-22 के लिए देश में नंबर 1 खदान के रूप में भी चुना गया।

बतादे कि 6 से अधिक गौरवशाली दशकों से एनएलसी इंडिया लिमिटेड ऊर्जा क्षेत्र में देश के सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों में अग्रणी रहा है, जो लिग्नाइट उत्पादन में बड़ी हिस्सेदारी और थर्मल पावर के साथ-साथ अक्षय ऊर्जा उत्पादन में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। कंपनी की स्थापना 14 नवंबर,1956 को हुई थी जिसे भारत सरकार के कोयला मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत सबसे ज्यादा पहचाना एक नवरत्न उद्यम है। इस समय कंपनी ने तमिलनाडु, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, गुजरात और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में पैन इंडिया मोड में अपने पांव पसार चुकी है।

प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया है कि उत्पादित 27.1 बीयू बिजली में से 2.1 बीयू हरित ऊर्जा के माध्यम से उत्पन्न हुई जो एक अत्यंत सराहनीय सफलता हासिल की है। एनएनटीपीएस के 2x500 मेगावाट, टीपीएस-1 विस्तार के 2x210 मेगावाट और बरसिंगसर टीपीएस का 2x125 मेगावाट का उत्पादन प्लांट लोड फैक्टर (पीएलएफ) की तुलना में भारत के सभी ऑपरेटिंग लिग्नाइट पावर स्टेशनों के बीच तीसरा शीर्ष स्थान हासिल कर चुका है। इसी प्रकार ओडिशा में 2400 मेगावाट के तालाबीरा थर्मल पावर प्लांट और राजस्थान के बरसिंगसर में 300 मेगावाट के सौर ऊर्जा परियोजना की आधारशिला रखकर एक नई पहल की गई है। व्यापारिक कोयला खनन के उपलब्धियां मामले में की गई नीलामी में झारखंड के लातेहार जिले में उत्तरी धादु (पश्चिम) कोयला खदान में 3.0 एमटीपीए उत्पादन के लिए सफल बोली लगाई गई। इसी क्रम में गुजरात के खावड़ा में जीएसईसीएल के सोलर पार्क में 600 मेगावाट एसपीपी के लिए एनआईजीईएल और जीयूवीएनएल के बीच पीपीए पर हस्ताक्षर किए गए।

एनएलसीआईएल ने भारत में रोड शो के अलावा सिंगापुर और हांगकांग में अंतर्राष्ट्रीय निवेशक रोड शो आयोजित किए गए, जिससे भारत और विदेशी दोनों देशों में कंपनी पर हितधारकों का विश्वास बढ़ा है। एनएलसी इंडिया रिन्यूएबल्स लिमिटेड (एनआईआरएल), एनएलसीआईएल की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है जो निरंतर आगे बढ़ रही है। एनएलसी इंडिया ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एनआईजीईएल) एनएलसीआईएल की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी के रूप में भविष्य की नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं को शुरू करने के लिए स्थापित किया गया है। इसके साथ-साथ एनएलसीआईएल द्वारा नेवेली खदान-II की उन्नति के लिए परवनार नदी के स्थायी मोड़ का लंबे समय से लंबित मुद्दा सफलतापूर्वक हल कर लिया किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार/डॉ आर.बी. चौधरी/आकाश