लोस चुनाव : तीसरे चरण की चार सीटों पर हैट्रिक लगाएगी भाजपा!
लखनऊ, 30 अप्रैल (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण की दस में से चार सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (भा
भाजपा


लखनऊ, 30 अप्रैल (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण की दस में से चार सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हैट्रिक लगाने की तैयारी में है। वहीं दो सीटों पर वो चौथी जीत के लिए आश्वस्त दिखाई देती है। 2019 के चुनाव में तीसरे चरण की दस में आठ सीटें भाजपा ने जीती थी। संभल और मैनपुरी में उसे हार का मुंह देखना पड़ा था। उल्लेखनीय है कि तीसरे चरण का मतदान 7 मई को होगा।

चार सीटों पर हैट्रिक की तैयारी

तीसरे चरण की बरेली, एटा, फतेहपुर सीकरी और हाथरस सुरक्षित सीट पर भाजपा हैट्रिक की तैयारी में है। झुमका नगरी बरेली को भाजपा का मजबूत किला माना जाता है। पूर्व केंद्रीय मंत्री संतोष कुमार गंगवार ने इस सीट पर रिकार्ड आठ बार कमल का फूल खिलाया। 1989 से 2004 तक कुल छह चुनाव लगातार भाजपा के प्रत्याशी संतोष गंगवार ने जीते। 2009 में कांग्रेस यहां से जीती। 2014 में संतोष गंगवार ने जीत के साथ वापसी की। तब से भाजपा का इस सीट पर कब्जा है। इस बार संतोष गंगवार की जगह भाजपा ने छत्रपाल सिंह गंगवार को मैदान में उतारा है।

एटा सीट पर अब तक हुए 17 में से छह चुनाव भाजपा ने जीते हैं। पिछले दो चुनाव में भाजपा के राजवीर सिंह उर्फ राजू भैया यहां से जीत रहे हैं। तीसरी बार भाजपा ने राजू भैया पर विश्वास जताया है। राजू भैया भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के पुत्र हैं।

फतेहपुर सीकरी सीट 2009 में अस्तित्व में आई। इस सीट पर हुए कुल 3 में से 2 चुनाव भाजपा ने जीते। 2014 में भाजपा के बाबू लाल यहां से जीते। पिछला चुनाव कमल निशान पर राजकुमार चाहर ने जीता। भाजपा ने एक बार फिर राजकुमार चाहर को मैदान में उतारा है।

हाथरस सुरक्षित सीट पर हमेशा ही भाजपा का दबदबा रहा है। अब तक हुए कुल 15 चुनावों में सात बार भाजपा जीती है। 2014 और 2019 में भाजपा प्रत्याशियों ने बड़े अंतर से ये सीट जीती। इस बार भाजपा ने पिछले चुनाव के विजेता राजवीर दिलेर की जगह योगी कैबिनेट में मंत्री 43 वर्षीय अनूप बाल्मीकी पर दांव लगाया है। भाजपा के लिए सबसे सुरक्षित इस सीट पर उनकी दिल्ली की राह बेहद आसान मानी जा रही है।

दो सीटों पर चौथी जीत के रिकार्ड की तैयारी

तीसरे चरण की आंवला और आगरा सुरक्षित सीटों पर भाजपा पिछले चुनाव में जीत की हैट्रिक पूरी कर चुकी है। इस बार इन सीटों पर चौथी जीत के लिए वो दिन रात एक किए है। आगरा (अ0जा0) लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा ने पिछले चुनाव के विजेता सांसद प्रो0 एस0पी0 सिंह बघेल को मैदान में उतारा है। इस सीट को भाजपा अब तक 6 बार फतेह कर चुकी है। वहीं आंवला सीट पर धर्मेन्द्र कश्यप कमल निशान के साथ चुनावी रण में हैं। पिछले चुनाव भी धर्मेन्द्र कश्यप ने ही जीता था। आंवला सीट पर अब तक हुए कुल 15 चुनावों में सात बार भाजपा जीती है।

दो सीटों पर दूसरी जीत की लड़ाई

सुहागनगरी फिरोजाबाद और बदायूं सीट पिछले चुनाव में भाजपा ने जीती थी। इन सीटों पर वो दूसरी जीत के लिए मजबूत तरीके से मैदान में है। दोनों सीटों पर भाजपा ने इस बार नये चेहरे मैदान में उतारे हैं। फिरोजाबाद और बदायूं से क्रमश: विश्वदीप सिंह और दुर्विजय सिंह शाक्य मैदान में हैं।

हारी बाजी को जीतने की कोशिश

2019 के चुनाव में तीसरे चरण की संभल और मैनपुरी सीटों पर भाजपा को हार मिली थी। इस बार उसने इन सीटों पर जातीय समीकरण दुरूस्त करने के साथ पिछली गलतियों को भी सुधारा है। संभल सीट 2014 में भाजपा जीत चुकी है। लेकिन मैनपुरी में उसका अब तक खाता नहीं खुला। संभल से भाजपा ने पिछले चुनाव के उपविजेता परमेश्वर लाल सैनी को दोबारा मैदान में उतारा है। वहीं सपा के गढ़ मैनपुरी सीट से योगी कैबिनेट के मंत्री जयवीर सिंह सपा प्रत्याशी डिम्पल यादव को कड़ी टक्कर दे रहे हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ डॉ. आशीष वशिष्ठ/राजेश