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जयपुर, 30 अप्रैल (हि.स.)। राजस्थान स्टेट कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन (राजफैड) ने अब तक 2799 किसानों से 22 हजार 900 टन से अधिक गेहूं की खरीद लगभग 55 करोड़ रुपये में की है। सहकारिता विभाग के सचिव शुचि त्यागी ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा गेहूं का समर्थन मूल्य 2275 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया हुआ है। राज्य सरकार 125 रुपये प्रति क्विंटल की दर से किसानों को बोनस दे रही है। इस प्रकार किसान को गेहूं का 2400 रुपये प्रति क्विंटल की दर से ऑनलाइन भुगतान किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि भारत सरकार द्वारा गेहूं के गुणवत्ता मापदंडों में छूट प्रदान की गई है। अपरिपक्व एवं टूटे-सिकुड़े हुए दाने के गेहूं की अधिकतम सीमा छह प्रतिशत निर्धारित थी जिसे अब बीस प्रतिशत तक बढ़ा दिया गया है तथा गेहूं की चमक की सीमा 70 प्रतिशत तक स्वीकार्य है। उन्होंने किसान भाइयों से अपील है कि वह अधिकाधिक गेहूं समर्थन मूल्य योजनान्तर्गत विक्रय के लिए क्रय केन्द्रों पर लावें।
त्यागी ने बताया कि कुछ किसानों की ऑनलाइन गिरदावरी में गेहूं के जगह अन्य जिन्स जैसे सरसों, चना इत्यादि अंकित हो गया है तो ऐसे किसानों को खाद्य विभाग, राजस्थान सरकार द्वारा राहत प्रदान की गई है। अब ऐसे किसान पटवारी प्रमाणित ऑफलाइन गिरदावरी लाकर अपनी गेहूं की उपज को क्रय केन्द्रों पर लाकर समर्थन मूल्य पर विक्रय कर सकते है। प्रदेश के किसानों को भारत सरकार की समर्थन मूल्य गेहूं खरीद योजना में दी गई छूट का अधिकाधिक लाभ उठाना चाहिये।
राज्य में गेहूं खरीद से संबंधित समस्याओं के निराकरण के लिए ऐल्पलाइन नंबर- 18001806030 स्थापित किया हुआ है। जहां किसान खरीद संबंधी समस्याओं का समाधान प्राप्त कर सकते हैं।
हिन्दुस्थान समाचार/संदीप/पवन