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कोलकाता, 30 अप्रैल (हि.स.)। सारदा मठ और रामकृष्ण सारदा मिशन की अध्यक्ष आनंदप्राणा माताजी का निधन हो गया। उन्होंने मंगलवार को दक्षिणेश्वर स्थित सारदा मठ के मुख्यालय में अंतिम सांस ली। निधन के समय वह 97 वर्ष की थीं।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा है, यह जानकर दु:ख हुआ कि श्री सारदा मठ और रामकृष्ण सारदा मिशन की परम पूज्य अध्यक्ष, प्रव्राजिका आनंदप्राणा माताजी आज सुबह श्री सारदा मठ, दक्षिणेश्वर में महा समाधिस्थ हो गईं। महान एवं दिवंगत आत्मा को मेरा प्रणाम। उनके सभी भक्तों के प्रति मेरी संवेदनाएं।
आनंदप्राणा जी का जन्म 1927 में कलकत्ता में हुआ था। आध्यात्म में रुचि रखने वाली आनंदप्राणा ने बेलूर मठ और मिशन के सातवें अध्यक्ष स्वामी शंकरानंद से दीक्षा ली। उनके कर्मजीवन की शुरुआत 1957 में निवेदिता गर्ल्स हाईस्कूल, बागबाजार से हुई। यहां प्रभारी रहते हुए उन्हें 2017 में ट्रस्टी चुना गया था। क्रमशः वह 2018 में उपाध्यक्ष एवं तदुपरांत सारदा मठ की पांचवी अध्यक्ष बनीं।
आनंदप्राणा माताजी के निधन के बाद उनके भक्तों ने सोशल मीडिया पर अपनी संवेदना व्यक्त की और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है।
हिन्दुस्थान समाचार/ गंगा/संजीव