हरियाणा की मंडियों में रविवार को नहीं हुई खरीद, गेहूं के उठान में आई तेजी
प्रदेश की मंडियों में अभी तक 63.49 लाख टन गेहूं की आवक 59.89 लाख टन गेहूं की खरीद, सबसे ज्यादा हैफेड
हरियाणा की मंडी से गेहूं उठान में लगा ट्रक


प्रदेश की मंडियों में अभी तक 63.49 लाख टन गेहूं की आवक

59.89 लाख टन गेहूं की खरीद, सबसे ज्यादा हैफेड ने खरीदी 29.11 लाख टन गेहूं

चंडीगढ़, 28 अप्रैल (हि.स.)। प्रदेशभर की मंडियाें में गेहूं और सरसों की जमकर आवक हो रही है। रविवार को मौसम के मिजाज को देखते हुए मंडियों में फसल खरीद पूरी तरह से बंद रही। पूरे दिन फसलों के उठान होने से मंडियों में व्यवस्था में कुछ सुधार हुआ। हालांकि मंडियों के बाहर सड़कों पर गेहूं के अंबार लगे हुए हैं, जिनका उठान नहीं हुआ। अभी तक मंडियों में 63.49 लाख टन की आवक हो चुकी है, जबकि 10.43 लाख टन सरसों पहुंच चुकी है। इसमें से महज 45 फीसदी फसल का ही उठान हो पाया है। अभी मंडियों में 5.58 लाख किसानों की 10.43 लाख टन सरसों बिकवाली के लिए आई है, जिसमें से 9.53 लाख टन सरसों की खरीद हुई है।

गेहूं का बंफर उत्पादन होने के चलते मंडियों में व्यवस्था चरमाई हुई है। अभी मंडियों में खासकर करनाल, कुरुक्षेत्र, अंबाला, फतेहाबाद, जींद, कैथल और सिरसा की मंडियां पूरी तरह फुल हो चुकी हैं। किसानों को मंडियों में गेहूं उतारने की जगह नहीं मिल रही है, जिसके चलते मजबूरी में उन्हें सड़कों के किनारे अपना गेहूं उतारना पड़ रहा है। कुरुक्षेत्र में ब्रह्मसरोवर के तीनों किनारों पर गेहूं की खरीद हो रही है।

बता दें कि मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद ने मंडियों में फैली अव्यवस्था और धीमे उठान पर प्रशासनिक अधिकारियों के साथ जिला उपायुक्तों को फटकार लगाई थी और रविवार को खरीद बंद कर उठान में तेजी लाने के निर्देश दिए थे। पहले 21 अप्रैल रविवार को मंडियों में फसलों की खरीद नहीं हुई तो इस बार 28 अप्रैल को भी खरीद बंद रही है। हालांकि मंडियों में गेहूं की आवक सुचारू रूप से जारी रही।

व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष व हरियाणा कान्फैड के पूर्व चेयरमैन बजरंग गर्ग ने कहा कि गेहूं व सरसों की खरीद शुरू करने से पहले अनाज उठान व बारदाने की व्यवस्था नहीं की गई, जिसके कारण आज किसान मंडियों में फसल बेचने के लिए धक्के खा रहे हैं। फसलों के उठान में देरी से किसानों को भुगतान भी नहीं हो पा रहा। इसके लिए जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सरकार को सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।

जिला गेहूं की खरीद

अंबाला 221,565

भिवानी 91,904

चरखी-दादरी 20,018

फरीदाबाद 93,453

फतेहाबाद 515,885

गुरुग्राम 47,557

हिसार 378,785

झज्जर 144,039

जींद 619,652

कैथल 635,407

करनाल 704,425

कुरुक्षेत्र 512,999

महेंद्रगढ़ 10,439

नूंह 40,079

पलवल 202,061

पंचकूला 30,985

पानीपत 246,104

रेवाड़ी 22,656

रोहतक 221,493

सिरसा 644,917

सोनीपत 358,477

यमुनानगर 226,398

हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/सुनील