जन्मदिन विशेष: आसान नहीं था शरमन जोशी का फिल्मी करियर
एक्टर शरमन जोशी सोशल मीडिया पर हमेशा एक्टिव रहते हैं। उन्होंने कभी भी सोलो हीरो के तौर पर बड़ी फिल्म
Sharman Joshi


एक्टर शरमन जोशी सोशल मीडिया पर हमेशा एक्टिव रहते हैं। उन्होंने कभी भी सोलो हीरो के तौर पर बड़ी फिल्में नहीं कीं लेकिन बॉलीवुड की सुपरहिट फिल्मों में उनका हमेशा अहम रोल रहता है। शरमन जोशी बॉलीवुड के उन एक्टर्स की लिस्ट में सबसे आगे हैं जिन्होंने सभी का दिल जीता है। हालांकि शर्मन ने फिल्मों में कई तरह की भूमिकाएं निभाईं, लेकिन दर्शकों ने शेरमन को कॉमेडी में सबसे ज्यादा पसंद किया। बॉलीवुड एक्टर शरमन जोशी आज 28 अप्रैल को अपना जन्मदिन मना रहे हैं तो आइए एक नजर डालते हैं उनके फिल्मी करियर पर-

शरमन जोशी ने अपने करियर की शुरुआत गुजराती थिएटर से की थी। शरमन के पिता अरविंद जोशी जाने-माने गुजराती थिएटर और फिल्म अभिनेता थे। शर्मन जोशी ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 1999 में फिल्म ''गॉडमदर'' से की थी। एक इंटरव्यू में शर्मन ने कहा कि शुरुआत में उनकी कॉमेडी टाइमिंग बहुत खराब थी। उन्होंने कहा था, ''लोगों ने मेरी बहुत आलोचना की लेकिन हमारे निर्देशक शफी इनामदार ने मुझे बहुत प्रोत्साहित किया।

लगभग 50 शो के बाद मेरे अभिनय में सुधार आना शुरू हुआ। वैसे तो शरमन ने कई फिल्मों में काम किया है, लेकिन उनकी हिटलिस्ट में गोलमाल, स्टाइल, थ्री इडियट्स, रंग दे बसंती और एक्सक्यूज मी जैसी फिल्में शामिल हैं। फिल्म से उन्होंने अभिनय की दुनिया में अपनी सही जगह बनाई। लेकिन, उन्हें वह पहचान नहीं मिल पाई जो वह चाहते थे।

कम ही लोग जानते हैं कि ''रंग दे बसंती'' और ''3 इडियट्स'' जैसी फिल्मों में काम कर चुके शरमन को फिल्म ''फरारी की सवारी'' के लिए 40 बार ऑडिशन देना पड़ा था। विधु विनोद चोपड़ा द्वारा निर्मित, शर्मन को मुख्य भूमिका निभाने के लिए कई बाधाओं को पार करना पड़ा।

वर्ष 1999 में फिल्म ''गॉडमदर'' से एक्टिंग की दुनिया में कदम रखने के बाद 13 साल बाद वह 2012 में रिलीज हुई फिल्म ''फेरारी की सवारी'' में लीड रोल में नजर आए। एक इंटरव्यू में उनसे इस संबंध में सवाल किया गया, जिसमें उनसे पूछा गया कि मुख्य भूमिका में आने में उन्हें इतना समय क्यों लगा? इस सवाल का जवाब देते हुए शरमन ने कहा, ''भाई, देखो मैं रेस का घोड़ा हूं। मैं जल्दी में नहीं हूं, लेकिन मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मैंने जो फिल्म की है वह एक अच्छी फिल्म है। और मैं अच्छी फिल्में करना जारी रखूंगा।

शरमन ने कहा कि अगर मैंने अपनी जिंदगी में कम से कम दस अच्छी फिल्में की हैं तो मुझे खुद पर गर्व होना चाहिए। मैं कम से कम दस अच्छी फिल्में करना चाहता हूं। मेरा मानना है कि मैं जल्द ही कुछ बेहतरीन फिल्में और दिलचस्प फिल्में करने की कोशिश करूंगा।

शरमन जोशी के फिल्मी करियर में कई उतार-चढ़ाव आए हैं लेकिन उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और प्रतिभा से सभी चुनौतियों को पार किया और आज, शर्मन जोशी हिंदी फिल्म उद्योग के सफल और लोकप्रिय अभिनेताओं में से एक हैं। उन्होंने साबित कर दिया है कि वे प्रतिभाशाली और मेहनती हैं और वे सफलता के हकदार हैं। यह कहना गलत नहीं होगा कि उनका करियर आसान नहीं था, लेकिन उन्होंने जो हासिल किया है, उसके लिए वह निश्चित रूप से प्रशंसा के पात्र हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/लोकेश चंद्रा/पवन