ग्वालियरः विश्व विरासत दिवस पर पुरातत्व संग्रहालय गूजरी महल में अस्त्र-शस्त्र दीर्घा का लोगों ने किया अवलोकन
ग्वालियर, 18 अप्रैल (हि.स.)। विश्व विरारसत दिवस के उपलक्ष्य में गुरुवार को केन्द्रीय पुरातत्व संग्रह
ग्वालियरः विश्व विरासत दिवस पर पुरातत्व संग्रहालय गूजरी महल में अस्त्र-शस्त्र दीर्घा का लोगों ने किया अवलोकन


ग्वालियर, 18 अप्रैल (हि.स.)। विश्व विरारसत दिवस के उपलक्ष्य में गुरुवार को केन्द्रीय पुरातत्व संग्रहालय गूजरी महल ग्वालियर अस्त्र-शस्त्र की नवीन दीर्घा दर्शकों के अवलोकन के लिए प्रारंभ की गई है। संग्रहालय की इस अस्त्र-शस्त्र दीर्घा में पाषाण कालीन औजार 18-19वी शती ई. के बुंदेला शासकों के हथियार (तलवार, ढाल, भाले, कटार, कवच, दस्ताने, टोपी आदि), ब्रिटिश कालीन बंदूकें, (टोपीदार बंदूक, दुनाली बंदूक, कैमल बंदूक, तोपें, छोटी बंदूकें, पिस्तोल आदि) अस्त्र-शस्त्र पर्यटकों को देखने हेतु प्रदर्शित किए गए हैं। इस दीर्घा को प्रारंभ करने का उद्देश्य आम जनों, छात्र-छात्राओं, शोधार्थियों एवं शिक्षकों में पुरातत्व के प्रति जागरूकता लाना है।

उप संचालक पुरातत्व संग्रहालय पीसी महोबिया ने बताया कि विश्व विरासत दिवस के उपलक्ष्य में स्मारकों एवं संग्रहालयों में पर्यटकों का प्रवेश नि:शुल्क होने से राज्य संरक्षित स्मारक ग्वालियर किले पर लगभग 1265 एवं केन्द्रीय पुरातत्व संग्रहालय गूजरी महल में लगभग 620 पर्यटकों द्वारा भ्रमण कर दीर्घा का अवलोकन किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश