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खूंटी, 18 अप्रैल (हि.स.)। अनुसूचित जनजातियों के लिए सुरक्षित 11 खूंटी संसदीय सीट के लोकसभा चुनाव की नामांकन प्रक्रिया गुरुवार से शुरू हो गई। 18 अप्रैल से 25 अप्रैल तक उम्मीदार अपना नामांकन पत्र दाखिल कर सकते हैं। 26 अप्रैल को नामांकन पत्रों की संवीक्षा की जायेगी। 27 और 28 अप्रैल को र्सावजनिक अवकाश होने के कारण 29 अप्रैल को प्रत्यशी अपना नामांकन वापस ले सकते हैं। नामांकन के लिए उम्मीदवार को 12500 सुरक्षित राशि जमा करनी पड़ेगी। नामांकन के लिए मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के उम्मीदवार को एक प्रस्तावक और स्वतंत्र उम्मीदवार के लिए दस प्रस्तावकों का होना जरूरी है। यह जानकारी जिला निर्वाची पदाधिकारी सह उपायुक्त लोकेश मिश्रा ने समाहरणालय सभागार में गुरुवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। मौके पर पुलिस अधीक्षक अमन कुमार भी मौजूद थे। एपायुक्त ने बताया कि नामांकन पत्र भरने में प्रत्याशियों की सुविधा के लिए प्रशाासन द्वारा हेल्प डेस्क बनाया गया है। नामांकन के सबंध में डीसी और एसपी ने बताया कि समाहरणालय से दो सौ मीटर की दूरी तक किसी उम्मीदवार के साथ तीन गाड़ियों को ही जाने की अनुमति होगी। नामांकन के लिए उम्मीदवार के साथ जा सकते हैं।
पुरुषों की अपेक्षा महिला मतदाताओं की संख्या अधिक
डीसी ने बताया कि खूंटी संसदीरू क्षेत्र में पुरुषों की अपेक्षा महिला मतदाताआंे की संख्या अधिक है। लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 13 लाख नौ हजार 677 है। इनमें छह लाख 66 हजार 584 महिला वोटर और छह लाख 43 हजार 87 पुरुष मतदाता हैं। बताया गया कि छह विघानसभा क्षेत्रों में फैले खूटी संसदीय सीट में 13 मई को मतदान होगा। इसके लिए 1705 मतदान कंद्र बनाये गये हैं। इनमें खूंटी जिले के तोरपा विधानसभा क्षेत्र में 252 और खूंटी विधानसभा क्षेत्र में 297 मतदान केंद्र बनाये गये हैं। खरसावां में 282, तमाड़ में 303, सिमडेगा में 270 और कोलेबिरा विधानसभा क्षेत्र में 301 मतदान केंद्र बनाये गये हैं। बताया गया कि शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव के लिए खूंटी जिले में 549 मतदान केंद्र बनाये गये हैं और 72 सेक्टर मजिस्ट्रेट, 110 माइक्रो ऑब्जर्बर, और 659 पीठासीन पदाधिकारी अरैी इतनी ही संख्या में प्रथम, द्वितीय और तृतीय मतदान अधिकारी प्रतिनियुक्त किये गये हैं।
जिला निर्वाची पदधिकारी ने बताया कि इस बार खूंटी जिले में युवा बूथ भी बनाये गये हैं, जहां सभी मतदान अधिकारी और कर्मचारी 30 वर्ग कें होगे। उन्होंने बताया कि जिले में 115 महिला बूथ बनाये गये हैं। उन्होंने बताया कि तोरपा में एक यूनिक मतदान केंद्र बनाया गया है, जहां 90 फीसदी मतदाता आदिवासी हैं। उस मतदान केंद्र को जनजातीय परंपरा और संस्कृति को दर्शानेवाली पेंटिंग आदि कराई गई है। डीसी ने बताया कि खूंटी जिले में 85 वर्ष से अधिक आयु वाले मतदाताओं की संख्या 85 है, जिनमें 52 बुजुर्ग मतदाताओं ने होम वाटिंग की इच्छा जताई है। होम वोटिंग 12 मई को होगी। डीसी ने बताया कि अड़की प्रखंड के बदानी में पहली बार मतदान केंद्र बनाया गया है। पहले गांव के लोगों को दूसरी जगह मतदान के लिए जाना पड़ता था।
26 पर्दानशीं मतदान केंद्र
जिला निर्वाची पदाधिकारी ने बताया कि मुस्लिम बहुल 26 मतदान केंद्रों को पर्दानशीं बूथ के रूप में पहचान की गई है। यहां सभी महिला मतदान कर्मी और अधिकारी ही तैनात होंगे। इन मतदान केंद्रों में पर्दा करनेवाली महिला मतदाताओं की संख्या अधिक है।
हिन्दुस्थान समाचार/ अनिल