धारः ऐतिहासिक भोजशाला में 28वें दिन भी जारी रहा एएसआई का सर्वे
- स्तंभों और दीवारों पर बनी आकृतियों को समझने के लिए सर्वे टीम बना रही स्कैच भोपाल, 18 अप्रैल (हि.स.
धारः ऐतिहासिक भोजशाला में 28वें दिन भी जारी रहा एएसआई का सर्वे


- स्तंभों और दीवारों पर बनी आकृतियों को समझने के लिए सर्वे टीम बना रही स्कैच

भोपाल, 18 अप्रैल (हि.स.)। मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय की इंदौर खंडपीठ के आदेश पर धार की ऐतिहासिक भोजशाला में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) विभाग का सर्वे गुरुवार को 28वें दिन भी जारी रहा। दिल्ली और भोपाल के 15 अधिकारियों की टीम 25 श्रमिकों के साथ सुबह आठ बजे भोजशाला परिसर में पहुंची और शाम पांच बजे बाहर आई। यहां टीम ने आधुनिक उपकरणों के जरिए वैज्ञानिक पद्धति से करीब नौ घंटे काम किया। इस दौरान भोजशाला की दीवारों और स्तंभों पर बनी आकृतियों के स्कैच तैयार किए गए। सर्वे टीम के साथ हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा, आशीष गोयल और मुस्लिम पक्ष के अब्दुल समद खान भी मौजूद रहे।

हिन्दू पक्षकार गोपाल शर्मा ने बताया कि सर्वे टीम द्वारा गुरुवार को भोजशाला में स्थित स्तंभों की फोटो और वीडियोग्राफी के साथ ही स्केच बनाने का काम भी व्यापक स्तर पर किया गया है। स्कैच बनाने को लेकर विशेष रूप से इस बात पर ध्यान दिया गया है कि किस-किस तरह की आकृतियां स्तंभों पर उभरी हुई हैं। साथ ही भोजशाला के उत्तर, दक्षिण और पिछले भाग में भी खुदाई और सर्वे का कार्य भी जारी रहा।

हाईकोर्ट ने भोजशाला के सर्वे के लिए छह सप्ताह का समय दिया था। गत 22 मार्च से यह सर्वे शुरू किया गया है। गुरुवार को 28वें दिन का सर्वे पूरा हो चुका है। हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा ने बताया कि सर्वे में विशेष रूप से भोजशाला के उत्तर, दक्षिण और पश्चिमी भाग में कार्य किया गया है। भीतर के क्षेत्र में भी टीम ने दिनभर कार्य किया।

उन्होंने बताया कि अब इस कार्य के लिए विशेषज्ञों और विज्ञानियों की आवश्यकता भी महसूस की जा रही है। ऐसे में स्थानीय टीम ने यहां की आवश्यकताओं के अनुसार विशेषज्ञ और विज्ञानियों की सूची तैयार कर ली गई है। इसके लिए जल्द ही वरिष्ठ अधिकारियों के माध्यम से भोजशाला के सर्वे के लिए इस टीम को भी धार लाया जाएगा। इधर, मुख्य रूप से स्तंभों की फोटोग्राफी की गई है। साथ ही स्कैच बना रही टीम ने पांच घंटे से अधिक समय तक विभिन्न चिह्नों, स्तंभों पर बनी आकृतियों के स्कैच तैयार किए।

हिन्दुस्थान समाचार/मुकेश/आकाश