शीतलकूची में विशेष तौर पर सतर्क है चुनाव आयोग, विधानसभा चुनाव में चली थी गोली
कोलकाता, 17 अप्रैल (हि.स.)। पश्चिम बंगाल के तीन लोकसभा क्षेत्रों में पहले चरण के मतदान से पहले प्रचा
शीतलकूची में विशेष तौर पर सतर्क है चुनाव आयोग, विधानसभा चुनाव में चली थी गोली


कोलकाता, 17 अप्रैल (हि.स.)। पश्चिम बंगाल के तीन लोकसभा क्षेत्रों में पहले चरण के मतदान से पहले प्रचार का शोर बुधवार शाम 5:30 बजे थम गया है। जलपाईगुड़ी, कूचबिहार और अलीपुरद्वार में शुक्रवार को पहले चरण की वोटिंग होनी है। 2021 के विधानसभा चुनाव के दौरान कूचबिहार के शीतलकूची इलाके में फायरिंग हुई थी, जिसमें सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के चार कर्ताओं की मौत हो गई थी। इस बार आयोग वहां शांति सुनिश्चित रखने के लिए विशेष तौर पर सतर्क है। इस बार चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव में कूचबिहार के शीतलकूची के उस बूथ की सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ को नहीं भेजने का फैसला किया है।

आयोग के मुताबिक वास्तविक स्थिति का मूल्यांकन करने के बाद यह फैसला लिया गया है। यह निर्णय लिया गया है कि वहां सीआईएसएफ की जगह बीएसएफ, सीआरपीएफ या आईटीबीपी बलों को तैनात किया जा सकता है।

10 अप्रैल 2021 को शीतलकूची के जोरपाटक गांव के बूथ नंबर 126 के बाहर गोलीबारी की घटना हुई थी। तीन साल पहले हुई इस घटना को लेकर लगातार राजनीति होती रही है। अब लोकसभा चुनाव में भी कूचबिहार की एक जनसभा में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इस पर टिप्पणी की है। उन्होंने चेतावनी दी कि कूचबिहार में अशांति बर्दाश्त नहीं की जायेगी। चुनाव आयोग ने भी विशेष तौर पर यहां के सुरक्षा अधिकारियों को सतर्कता बरतने और संयम रखने के निर्देश दिए हैं।

हिन्दुस्थान समाचार/ओम प्रकाश/गंगा/आकाश