रेलवे अस्पताल अपने लाभार्थियों की सेवा के 100 वर्ष पूरे होने का मना रहा जश्न
--केंद्रीय चिकित्सालय का शताब्दी समारोह भव्य सांस्कृतिक संध्या के साथ सम्पन्न प्रयागराज, 29 मार्च (
महाप्रबंधक


--केंद्रीय चिकित्सालय का शताब्दी समारोह भव्य सांस्कृतिक संध्या के साथ सम्पन्न

प्रयागराज, 29 मार्च (हि.स.)। केंद्रीय रेलवे चिकित्सालय, प्रयागराज की स्थापना के शताब्दी समारोह समापन अवसर पर डीएसए ग्राउंड मे मुख्य अतिथि महाप्रबंधक रविंद्र गोयल की अध्यक्षता में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उन्होंने 100वीं वर्षगांठ पर सभी को बधाई दी और कहा कि उत्तर मध्य रेलवे जोन के लिए यह गर्व का क्षण है कि रेलवे अस्पताल, उत्तर मध्य अस्पताल, प्रयागराज अपने अस्तित्व और रेलवे लाभार्थियों की सेवा के 100 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहा है।

उन्होंने कहा कि चिकित्सा विभाग द्वारा एक शताब्दी मेडी संगम 2024 का आयोजन किया गया है तथा मार्च माह के दौरान विभिन्न स्वास्थ्य जागरूकता गतिविधियों, बेबी-शो, रक्तदान शिविर आदि का आयोजन किया गया, जो हमारे रेलवे कर्मचारियों और उनके आश्रितों के लिए वास्तव में फायदेमंद साबित हुआ होगा। उन्होंने आगे कहा कि चिकित्सा विज्ञान ने निरंतर अनुसंधान, पुनर्विचार और रोग प्रक्रिया की बेहतर समझ के कारण प्रगति की है।

प्रमुख मुख्य चिकित्सा निदेशक डॉ जेपी रावत ने कहा कि एक माह के दौरान चले कार्यक्रमों के दौरान लगभग 10000 लोगों ने सहभागिता की और स्वास्थ्य जागरूकता गतिविधियों, बेबी-शो, रक्तदान शिविर आदि का लाभ उठाया। चिकित्सा निदेशक डॉ संजीव कुमार हाँडू ने रेलवे अस्पताल के जन्म से आज तक का इतिहास के बारे में और रेलवे चिकित्सा अस्पताल मे उपलब्ध सुविधाओं और उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी।

वरिष्ठ जनसम्पर्क अधिकारी अमित मालवीय ने बताया कि इस दौरान सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में चिकित्सा विभाग रेलवे अस्पताल के मेडिकल एवं पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा गणेश वंदना, राजस्थानी घूमर ग्रुप डांस, पूर्णिमा की टीम द्वारा असम के बिहू नृत्य, अस्पताल के मेडिकल व पैरामेडिकल स्टाफ द्वारा ग्रुप डांस “जय हो“, पूर्णिमा की टीम द्वारा सूफ़ी ग्रुप डांस, सेंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड प्रयागराज द्वारा सीपीआर की जानकारी प्रदान करती एक प्रस्तुति, रेलवे अस्पताल के मेडिकल व पैरामेडिकल का एक साथ ग्रुप सांग, आयुषी द्वारा होली डांस की प्रस्तुति हुई।

हिन्दुस्थान समाचार/विद्या कान्त/बृजनंदन