चंडीगढ़ : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय तथा द आर्ट ऑफ लिविंग के बीच हुआ एमओयू
- विद्यार्थियों में आत्मविकास बढ़ाना आवश्यक: प्रो. सचदेवा चंडीगढ़, 28 मार्च (हि.स.)। कुरुक्षेत्र वि
चंडीगढ़ : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय तथा द आर्ट ऑफ लिविंग के बीच हुआ एमओयू


- विद्यार्थियों में आत्मविकास बढ़ाना आवश्यक: प्रो. सचदेवा

चंडीगढ़, 28 मार्च (हि.स.)। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय तथा द आर्ट ऑफ लिविंग के बीच गुरुवार को एक एमओयू हुआ। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा की मौजूदगी में विश्वविद्यालय की ओर से कुलसचिव तथा द आर्ट ऑफ लिविंग की ओर से संस्थागत कार्यक्रम के कंट्री हेड डॉ. राजीव नांबियार ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। इस मौके पर राज्य निदेशिका हरियाणा शुचिका बत्रा भी उपस्थिति रहीं।

इस मौके पर कुलपति प्रोफसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में विद्यार्थियों में आत्म विकास को जागृत करने, पारस्परिक कौशल विकसित करने व सीखने तथा अनुसंधान पर विशेष जोर दिया गया है। इसी के मद्देनजर केयू तथा द आर्ट ऑफ लिविंग के बीच इस समझौते पत्र पर हस्ताक्षर किए गए हैं। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी को स्वयं के सर्वांगीण विकास के लिए तनाव मुक्त एवं शांत चित्त रहना आवश्यक है। तभी वह जीवन की सफलतम ऊंचाइयों को प्राप्त कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि केयू आईआईएचएस में एमओयू के माध्यम से द आर्ट ऑफ लिविंग द्वारा विद्यार्थियों के लिए आत्म विकास को लेकर सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किया जाएगा। इस सर्टिफिकेट कोर्स के माध्यम से युवा विद्यार्थी जीवन में आने वाली तनावपूर्ण परिस्थितियों से निपटने में सक्षम होंगे। शिक्षकों व छात्र के बीच संबंध मधुर होंगे तथा युवाओं के लिए अपने पारस्परिक कौशल को विकसित करने में मदद भी मिलेगी।

इस एमओयू के माध्यम से शुरू किए जाने वाले सर्टिफिकेट कोर्स के तहत अनुभवी शिक्षकों द्वारा विद्यार्थियों को आत्म विकास के गुर प्रदान किए जाएंगे तथा इस कोर्स के लिए केयू आईआईएचएस नोडल केन्द्र होगा। इस तरह के कोर्स छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य व शारीरिक स्वास्थ्य के बीच संतुलन के लिए अति आवश्यक है।

हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/सुनील