मनरेगा के मजदूरी में मात्र 22 रुपये की वृद्धि ऊंट के मुंह में जीरा के समान
कांग्रेस की सरकार बनने पर मनरेगा की मजदूरी मिलेगी 400 रुपये प्रतिदिन रायपुर, 28 मार्च (हि.स.)। केंद्
मनरेगा के मजदूरी में मात्र 22 रुपये की वृद्धि ऊंट के मुंह में जीरा के समान


कांग्रेस की सरकार बनने पर मनरेगा की मजदूरी मिलेगी 400 रुपये प्रतिदिन

रायपुर, 28 मार्च (हि.स.)। केंद्र सरकार के द्वारा मनरेगा के मजदूरी में 22 रुपये की वृद्धि को कांग्रेस ने ऊंट के मुंह में जीरा करार दिया। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने गुरुवार को बयान जारी कर कहा कि भाजपा सरकार ने मनरेगा की मजदूरी में मात्र 22 रुपये की वृद्धि कर बता दिया कि गरीबों को लेकर केंद्र सरकार के पास कोई बेहतर सोच नहीं है। कांग्रेस ने केंद्र में सरकार बनने पर राष्ट्रीयस्तर पर प्रतिदिन वेतन 400 रुपये की गारंटी दी हैं। इससे छत्तीसगढ़ में मनरेगा के श्रमिकों को 400 रुपये प्रतिदिन मजदूरी देने की गारंटी है। मनरेगा की शुरुआत भी कांग्रेस सरकार के दौरान ही हुआ था और 100 दिन की रोजगार की गारंटी दी गई थी।

धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों के चलते जहां महंगाई चरम सीमा पर है। खाद्य सामग्री, दवाइयां, जूता, चप्पल, सब्जी, भाजी, दाल, चावल, रसोई गैस,पेट्रोल, डीजल, रेल किराया सभी के दाम आसमान छू रहे हैं ऐसे में मनरेगा की मजदूरी में 22 रुपये की वृद्धि करना महंगाई से जख्मी श्रमिक साथियों के जख्मों पर नमक छिड़कना है।

धनंजय सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना की शुरुआत गांव में घर के आगे रोजगार उपलब्ध कराना था, इसके माध्यम से 100 दिन की रोजगार की गारंटी दी गई थी। केंद्र सरकार 100 दिन की रोजगार की गारंटी को भी पूरा नहीं कर पाई है। राष्ट्रीयस्तर पर औसत 37 दिन एक श्रमिक को रोजगार मिला है। इसे समझ में आता है कि भाजपा सरकार ने मनरेगा के श्रमिकों को भी धोखा दिया है, रोजगार गारंटी के कानूनी अधिकारों का भी हनन किया है।

हिन्दुस्थान समाचार/ चंद्रनारायण शुक्ल