चंडीगढ़ बम धमाके के दो आरोपी मुठभेड़ के बाद हिसार में काबू, दोनों के पैर लगी गोली
घिरने पर आरोपितों ने चलाई पुलिस पर गोली, बुलैट प्रूफ जैकेट होने के कारण बच गए दो एसआई फायरिंग के दौरान दोनों आरोपितों के पैर में लगी गोली, नागरिक अस्पताल में उपचाराधीन हिसार, 29 नवंबर (हि.स.)। हाल ही में चंडीगढ़ के दो क्ल
दोनों आरोपी, जो सीसीटीवी में पहचाने गए।


अस्पताल में उपचाराधीन एक आरोपी अजीत।


अस्पताल में उपचाराधीन दूसरा आरोपी विनय।


घिरने पर आरोपितों ने चलाई पुलिस पर गोली, बुलैट

प्रूफ जैकेट होने के कारण बच गए दो एसआई

फायरिंग के दौरान दोनों आरोपितों के पैर में लगी

गोली, नागरिक अस्पताल में उपचाराधीन

हिसार, 29 नवंबर (हि.स.)। हाल ही में चंडीगढ़

के दो क्लबों के बाहर हुई बम विस्फोट की घटना के दो आरोपियों को पुलिस ने शुक्रवार

देर सायं मुठभेड़ के बाद काबू कर लिया। मुठभेड़ के दौरान दोनों आरोपितों के पैर में

गोली लगी। गोली से घायल हुए आरोपितों को पुलिस ने पकड़ लिया। उन्हें उपचार के लिए जिले

के नागरिक अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

बताया जा रहा है कि चंडीगढ़ पुलिस व हिसार की

एसटीएफ टीम ने एक गुप्त के आधार पर इन आरोपितों को पकड़ने के लिए संयुक्त अभियान चलाया।

पुलिस का दावा है कि घिरने के बााद आरोपितों ने फायरिंग कर दी लेकिन पुलिस के दो एसआई

संदीप और अनूप बुलेटप्रूफ जैकेट पहने होने के कारण बच गए। दोनों की बुलेटप्रूफ जैकेट

पर गोलियां लगी। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपितों से ऑटोमेटिक पिस्टल बरामद की है।

पुलिस के अनुसार शुरूआती पूछताछ में दोनों आरोपितों ने बताया कि गैंगस्टर लॉरेंस के

साथी गोल्डी बराड़ के किसी गुर्गे के कहने पर क्लबों के बाहर बम फेंके थे और इनका मकसद

केवल दहशत फैलाना था। ब्लास्ट के बाद गोल्डी बराड़ ने पोस्ट डालकर इसकी जिम्मेदारी भी

ली थी लेकिन इसके कुछ देर बाद यह पोस्ट डिलीट कर दी गई थी।

पुलिस के अनुसार मुठभेड़ के बाद काबू किए गए आरोपितों

की पहचान खरड़ निवासी 21 वर्षीय विनय व देवां निवासी अजीत के रूप में हुई है। खास बात

यह है कि ये दोनों कबड्‌डी के खिलाड़ी है। विनय बीए पास है जबकि अजीत दसवीं पास है।

अजीत पर पहले से शस्त्र अधिनियम के तहत केस दर्ज है। पकड़े गए दोनों आरोपी हिसार के

एक टोल पर सीसीटीवी में कैद हुए थे।

इनमें शॉल ओढ़े आरोपी ने बम फेंका था। पुलिस के

अनुसार चंडीगढ़ की एसएसपी कंवरदीप कौर ने क्लबों के बाहर बम फेंकने की घटना की जांच

के लिए क्राइम ब्रांच, ऑपरेशन सेल और डिस्ट्रिक्ट क्राइम सेल की जॉइंट टीम बनाई थी।

पुलिस के अनुसार जांच करते हुए इस संयुक्त टीम

ने गुरुवार को बम धमाकों में शामिल लोगों की पहचान कर ली थी और उनकी तलाश में हिसार

पहुंची। यहां टीम ने हिसार एसटीएफ की मदद ली। बताया जा रहा है कि सदर क्षेत्र के गांव

पीरांवाली के पास जब इनका मोटरसाइकिल एक गड्डे में गिर गया।

इस दौरान चंडीगढ़ पुलिस

व हिसार ​एसटीएफ इनका पीछा कर ही रही थी कि ​खुद को घिरा देखकर इन्होेंने पुलिस पर

फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में पुलिस की गोली दोनों के पैर में लगी और ये घायल हो

गए। दोनों घायलों को पुलिस नागरिक अस्पताल लेकर पहुंची, जहां इनका उपचार चल रहा है।

नागरिक अस्पताल में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और पुलिस के अनेक अधिकारी मौके

पर हैं।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर