खेलो इंडिया यूथ गेम्स: पहले चरण में खो-खो और तीरंदाजी की प्रतियोगिताएं संपन्न
- छह फरवरी से तलवारबाजी और आठ से रोड साइक्लिंग की प्रतियोगिता जबलपुर, 3 फरवरी (हि.स.)। पांचवें खेलो
खेलो इंडिया यूथ गेम्स: पहले चरण में खो-खो और तीरंदाजी की प्रतियोगिताएं संपन्न


खेलो इंडिया यूथ गेम्स: पहले चरण में खो-खो और तीरंदाजी की प्रतियोगिताएं संपन्न


खेलो इंडिया यूथ गेम्स: पहले चरण में खो-खो और तीरंदाजी की प्रतियोगिताएं संपन्न


- छह फरवरी से तलवारबाजी और आठ से रोड साइक्लिंग की प्रतियोगिता

जबलपुर, 3 फरवरी (हि.स.)। पांचवें खेलो इंडिया यूथ गेम्स के अंतर्गत जबलपुर में प्रथम चरण में आयोजित खो-खो और तीरंदाजी की प्रतियोगिताएं शुक्रवार को खेले गये फाइनल मुकाबले के साथ संपन्न हुई। खेलो इंडिया यूथ गेम्स में जबलपुर को खो-खो और तीरंदाजी के साथ-साथ तलवारबाजी और रोड साइक्लिंग की मेजबानी का दायित्व भी मिला है।

तलवारबाजी की प्रतियोगिता छह फरवरी से 10 फरवरी तक रानीताल स्पोर्टस कॉम्पलेक्स में तथा रोड साइक्लिंग की प्रतियोगिता 8 और 9 फरवरी को खजरी खिरिया वायपास पर होगी। इन प्रतियोगिताओं में शामिल होने देश के विभिन्न राज्यों के खिलाड़ी जबलपुर आएंगे। तलवारबाजी की प्रतियोगिता में करीब 240 खिलाड़ी और साइक्लिंग में 180 खिलाड़ी शामिल होंगे। तलवारबाजी की प्रतियोगिता के लिए खिलाडियों का शनिवार, 04 फरवरी से जबलपुर आना प्रारंभ हो जायेगा। तलवारबाजी की प्रतियोगितायें रानीताल स्पोर्टस कॉम्पलेक्स में बनाये गए डोम में होंगी।

मेहमान खिलाड़ियों ने की स्वागत की तारीफ, आयोजन की व्यवस्थाओं को सराहा

खेलो इंडिया यूथ गेम्स में खो-खो और तीरंदाजी की प्रतियोगिता में शामिल होने जबलपुर आए सभी खिलाडियों ने यहां हुये स्वागत सत्कार तथा खेलों के भव्य आयोजन की जमकर तारीफ की। संस्कारधानी की अतिथि देवो भव: परंपरा के कायल हुये इन खिलाडियों ने रेलवे स्टेशन पर पहुंचने से लेकर होटल में हुये स्वागत को अविस्मरणीय बताया। भोजन व्यवस्था की भी खिलाडियों ने सराहना करते हुये कहा कि यहां उनकी डायट का पूरा ख्याल रखा गया।

रानीताल स्पोर्टस कॉम्पलेक्स में उपलब्ध कराई गई खेल सुविधाओं की प्रशंसा करते हुये खिलाडियों ने बताया कि जबलपुर में हुआ खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन उनके खेल जीवन की अब तक की सबसे श्रेष्ठ प्रतियोगिता थी। खिलाडियों और उनके साथ आये प्रशिक्षकों ने कहा कि संस्कारधानी जबलपुर के निवासियों से उन्हें भरपूर प्यार और प्रोत्साहन मिला। इस सुंदर शहर की यादें उनके दिल में हमेशा बनी रहेंगी।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश / डा. मयंक