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धमतरी, 3 फरवरी (हि.स.)। फ्राड ने स्वयं को कलेक्टर बताकर सरपंच पति से 20 हजार रुपये की ठगी कर ली। वहीं कुछ पंचायतों के सचिवों को डरा-धमकाकर रुपये ठगने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं रहे। घटना की शिकायत जिला पंचायत तक पहुंची, तो इसकी जानकारी कलेक्टर को दी गई। जांच के लिए अब यह मामला साइबर क्राइम के पास भेजा जा रहा है।
जिला पंचायत कार्यालय धमतरी से मिली जानकारी के अनुसार 24 जनवरी को कुरूद ब्लाक के ग्राम पंचायत अटंग के सरपंच पति के पास एक ठग का फोन आया। सायरन बजाकर स्वयं को कलेक्टर बताया। सरपंच पति से चर्चा कर कुछ फाइल के संबंध में जानकारी ली और उनसे 20 हजार रुपये की मांग की। ठग ने तत्काल फोन पे नंबर बताया, जिसमें सरपंच पति ने तत्काल 20 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिया। बाद में उसे ठगी होने का महसूस हुआ। इसी तरह उसी पंचायत के ही सचिव मन्नू लाल के पास उसी फ्राड ने फोन कर पंचायत में गड़बड़ी की शिकायत कुछ लोगों द्वारा की गई है, यह कहकर और स्वयं को जिला का बड़े अधिकारी बताकर रुपये की मांग फोन पे से करने लगा। सचिव इसे भांपते हुए फ्राड के फोन पे पर रुपये नहीं जमा किया और ठगी से बच गया। दोनों ने घटना की जानकारी जिला पंचायत कार्यालय पहुंचकर वरिष्ठ करारोपण अधिकारी रोहित कुमार बोर्झा को दी। इसकी जानकारी श्री बोर्झा ने जिला पंचायत सीईओ को दी। कलेक्टर ऋतुराज रघुवंशी तक फ्राड की शिकायत पहुंची, तो आडियो मंगाकर तत्काल इसे सायबर पुलिस द्वारा जांच कराकर कार्रवाई करने निर्देशित किया है।
ठग ने बताया विभागीय अधिकारी
एक अन्य फ्राड ने भखारा क्षेत्र के ग्राम पंचायत सिलीडीह के सचिव सेखूराम के पास मोबाइल किया। फ्राड ने स्वयं को मोबाइल पर ग्रामीण विकास विभाग रायपुर का अधिकारी बताया। सचिव पर लेनदेन का आरोप व गड़बड़ी करने की बात कहते हुए उनसे रुपये की मांग की। फोन पे पर तत्काल रुपये जमा करने कहा। नहीं करने पर जिले के कलेक्टर व एसपी से शिकायत कर तत्काल उन्हें निलंबित करने की धमकी देने लगा। सचिव पहले समझ नहीं पाया, लेकिन रुपये की मांग करने पर वह ठग को समझ गया और उसके बताए फोन पे नंबर पर रुपये नहीं डाला और वह ठगी होने से बच गया। ठग द्वारा अटंग सरपंच पति, सचिव और सिलीडीह सचिव के द्वारा हुई बातचीत के आडियो निकालकर जागरूकता के लिए इसे वायरल किया गया है, ताकि कोई भी सरपंच, सचिव व लोग ठगी का शिकार न हो। इस संबंध में साइबर सेल प्रभारी नरेश कुमार बंजारे ने बताया कि ठगी की जानकारी उन्हें मौखिक रूप से है, लेकिन अब तक उनके पास लिखित में नहीं है। फाइल आते ही जांच कर आरोपितों को पकड़ने कोशिश की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार/ रोशन सिन्हा