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इटानगर, 23 सितम्बर(हि.स.)। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण राज्य मंत्री आश्विनी कुमार चौबे अपने पूर्वोत्तर के दौरे के तहत गुरुवार की सुबह अरुणाचल प्रदेश की राजधानी इटानगर पहुंचे ।
अपने अरुणाचल दौरे के दौरान एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए मंत्री चौबे ने अरुणाचल प्रदेश के प्राकृतिक सुंदरता की प्रशंसा की और अरुणाचलियों को भाग्यशाली बताया।
अरुणाचल प्रदेश वन और वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए राज्य वन एवं पर्यावरण मंत्री मामा नातुंग और राज्य सरकार द्वारा उठाए जा रहे पहल और एयरगन अत्मसमर्पण अभियान की प्रंशसा करते हुए कहा कि यह अभियान विश्व के लिए एक बहुत बड़ा रोल मॉडल बन सकता है। इस अभियान में सहयोग करने वाले सभी लोगों की सराहना करते हुए कहा कि यह एक बहुत बड़ा कदम है कि लोगों ने अपने मन से जीवों और वन के संक्षण का निर्णय लिया है।
इटानगर के बायोलॉजिकल पार्क (चिड़िया घर) के अपने दौरे के बारे में बताते हुए मंत्री चौबे ने वन विभाग के कार्यों की सराहना की। वन विभाग दुर्लभ प्रजाती के होलुक गिब्बन (बंदर) के संरक्षण और प्रजनन पर काम कर रहा है। इस दौरान उन्होंने चिड़िया घर में वृक्षारोपण भी किया।
राज्य सरकार द्वारा चिड़िया घर से जानवरों की अदला-बदली के मुद्दे पर उन्होंने प्रदेश वन विभाग से अनुरोध किया कि अरुणाचल प्रदेश से बिहार के लिए दुर्लभ प्रजाती के होलुक गिब्बन बंदर को भेजने की व्यवस्था करे।
अपने पूर्वोत्तर दौरे के बारे में बताते हुए मंत्री चौबे ने कहा कि प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व केन्द्र सरकार पूर्वोतर और अरुणाचल प्रेदश के विकास पर काफी ध्यान दे रही है, क्योंकि पूर्वोत्तर के विकास के बिना देश का कभी विकास नहीं हो सकता।
उन्होंने वन मंत्री माम नातुंग द्वारा उन्हें सौंपे गये ज्ञापन पत्र पर केन्द्र में चर्चा करने का अश्वासन दिया। इससे पहले मंत्री ने गुरुवार को प्रदेश वन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
हिन्दुस्थान समाचार /तागू/ अरविंद