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रुद्रप्रयाग, 10 सितम्बर (हि.स.)। बीती रात भारी बारिश के दौरान सिरोबगड़ भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र से श्रीनगर की ओर ऊपरी क्षेत्र में बादल फटा है। बड़ी मात्रा में आए मलबे और पानी के जलजले में एक डीजल टैंकर के नदी में समा जाने की आशंका है। बताया जा रहा है कि इसमें दो व्यक्ति सवार थे, जो लापता हैं। वहीं एक सीमेंट से भरा ट्रक भी खाई में लटका है। मलबे के बीच दो कारें भी फंसी हैं।
रुद्रप्रयाग क्षेत्र से हाइवे बंद होने के बावजूद डीडीआरएफ की अल्फा और ब्रेवो टीमें मौके पर पहुंची। श्रीनगर से टीम लीडर दीपक मेहता के नेतृत्व में एसडीआरएफ की टीम राहत बचाव में जुटी रही। यहां फंसे चालकों को टीम ने फूड पैकेट दिए। एसडीआरएफ और डीडीआरएफ की टीम ने जोखिम के बीच नदी के किनारे तक सर्च किया, जहां एक डीजल ट्रक के नदी में समाने की आंशका जताई गई।
बताया जा रहा है कि इसमें दो लोग सवार थे, जो लापता हैं। घटना के बाद से बद्ररीनाथ हाइवे देर सांय तक बंद था, जिसे खोलने का काम किया जा रहा था। वाहन चालकों ने बताया कि रात के समय उन्होंने किसी तरह से भागकर अपनी जान बचाई। रात एक बजे बाद जब बारिश हुई तो हाइवे पर दोनों ओर से मलबा आ गया, जिस कारण उनके वाहन फंस गए और उन्हें भागकर अपनी जान बचानी पड़ी।
इस मौके पर एसडीआरएफ के टीम लीडर दीपक मेहता, हेड कांस्टेबल भगत सिंह, कांस्टेबल देवेंद्र कुमार, उपेंद्र इष्टवाल, विवेकानंद रणाकोटि, रंजीत सिंह, किशन सिंह, नरेंद्र लाल, राहुल डोबरियाल, प्रवीन सिंह, प्रीतम सिंह, नंद किशोर, धारी देवी चौकी इंचार्ज अजय कुमार सहित फोर्स ने राहत बचाव किया। इधर, रुद्रप्रयाग से भी सीओ जीएल कोहली और कोतवाली निरीक्षक जयपाल सिंह नेगी मय फोर्स जहां तक हाइवे खुला था, वहां तक पहुंचे।
हिन्दुस्थान समाचार/रोहित