पृथक मिथिला राज्य निर्माण को लेकर सम्पूर्ण मिथिला में 2 जनवरी से निकलेगी पुनर्जागरण यात्रा
सहरसा,31 दिसंबर (हि.स.)। मिथिला राज्य निर्माण सेना बिहार से पृथक ''मिथिला राज्य'' आंदोलन की प्रतिनिध
सहरसा-मिथिला यात्रा


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सहरसा,31 दिसंबर (हि.स.)। मिथिला राज्य निर्माण सेना बिहार से पृथक ''मिथिला राज्य'' आंदोलन की प्रतिनिधि संस्था है। पिछले कई वर्षों से मिथिला राज्य निर्माण सेना विभिन्न गतिविधियों द्वारा आम जनमानस तक मिथिला राज्य आंदोलन की व्यापकता विकसित करती आ रही है।इसी सन्दर्भ में शुक्रवार को मिथिला राज्य निर्माण सेना के महासचिव राजेश झा के नेतृत्व में ''मिथिला पुनर्जागरण यात्रा-द्वितीय चरण'' को लेकर प्रेसवार्ता का आयोजन विजया होटल के सभागार में किया गया। मिथिला राज्य निर्माण सेना की यह पुनर्जागरण यात्रा 2 जनवरी को उग्रतारा स्थान महिषी से शुरू होकर 3 जनवरी को सिंहेश्वर स्थान मधेपुरा होते हुए 4 जनवरी को सुपौल जिला के बलुआ बाजार में रात्रि विश्राम के बाद झंझारपुर के लिए रवाना होगी।

प्रेस प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए राजेश झा ने बताया कि ''मिथिला राज्य आंदोलन'' की स्वीकार्यता बढ़ाने के लिए ''जनगणना में मैथिली'' अंकित कराना आवश्यक है। बिहारी सत्ता से लाभान्वित राजनीतिक दलों द्वारा षड्यंत्रपूर्वक ''मैथिली'' और ''मिथिला'' का अधिकार छीनने का प्रयास पिछले सत्तर वर्षों से जारी है।महासचिव ने कहा कि बिहारी सत्ता के दमनकारी नीतियों के विरोध में यह ''मिथिला पुनर्जागरण यात्रा'' संपूर्ण मिथिला का भ्रमण करेगी। इस यात्रा का आयोजन पाँच चरणों में होगा जिसके प्रथम चरण में मधुबनी, दरभंगा, समस्तीपुर और बेगूसराय के विभिन्न क्षेत्रों से होकर यह यात्रा गुजर चुकी है। तीसरे चरण में पूर्णियां कमिश्नरी के जिले को सम्मिलित किया जाएगा।

मिरानिसे सचिव आनंद ठाकुर ने कहा कि इस लड़ाई को अब इसके अंतिम परिणाम तक पहुंचाया जाएगा।मिरानिसे यात्रा संयोजक जीवानंद झा ने कहा कि मिथिला राज्य आंदोलन में सभी जाति और धर्म के लोगों की सहभागिता है और कोसी-पूर्णियां के लोग भी अपना मिथिला राज्य चाहते हैं और स्वयं को मैथिल मानते हैं। युवा साहित्यकार शैलेन्द्र शैली ने कहा कि इस यात्रा से आम जनमानस में मिथिला राज्य निर्माण के प्रति जागरूकता आएगी।मौके पर पंचायत सदस्य अनिल झा, अनंत झा, बबलू गोइत, सुमन कुमार , शैलेन्द्र शैली, किसलय कृष्ण,सुभाष चन्द्र झा सहित अन्य सेनानी उपस्थित थे।

हिन्दुस्थान समाचार/अजय