पहली यात्रा पर सीडीएस गए पेंटागन, अमेरिका-भारत रक्षा साझेदारी पर की बात
- अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन से की मुलाकात, रक्षा क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर हुई चर्चा - जन
पहली यात्रा पर सीडीएस गए पेंटागन, अमेरिका-भारत रक्षा साझेदारी पर की बात


- अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन से की मुलाकात, रक्षा क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर हुई चर्चा

- जनरल मिले और उनकी पत्नी ने ज्वाइंट बेस मायर-हेंडरसन हॉल में सीडीएस का स्वागत किया

नई दिल्ली, 02 अक्टूबर (हि.स.)। पांच दिवसीय पहली अमेरिकी यात्रा पर गए सैन्य बलों के प्रमुख (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन से अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन जाकर मुलाकात की। दोनों ने नए रक्षा क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने सहित अमेरिका-भारत रक्षा साझेदारी के लिए प्राथमिकताओं पर विचारों का आदान-प्रदान किया।

अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के मुख्यालय पेंटागन के मुताबिक सीडीएस जनरल बिपिन रावत और अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन की मुलाकात शुक्रवार को हुई। दोनों के बीच रक्षा क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने सहित अमेरिका-भारत रक्षा साझेदारी पर चर्चा हुई है। प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत ने गुरुवार को अपने अमेरिकी समकक्ष जनरल मार्क मिले से मुलाकात की और दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के तरीकों और नागरिक नेतृत्व के प्रधान सैन्य सलाहकार के रूप में अपनी-अपनी भूमिकाओं सहित कई मुद्दों पर चर्चा की।

अमेरिका के ज्वाइंट स्टाफ के प्रवक्ता कर्नल डेव बटलर ने बताया कि दोनों ने प्रशिक्षण अभ्यासों में सहयोग जारी रखने और दोनों देशों की सेनाओं के बीच अंतर-संचालनीयता बढ़ाने के लिए अधिक अवसर पैदा करने पर सहमति जताई। पेंटागन में बैठक के दौरान ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के अध्यक्ष मार्क मिले और रावत ने क्षेत्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के तरीकों और नागरिक नेतृत्व के प्रमुख सैन्य सलाहकार के रूप में उनकी संबंधित भूमिकाओं सहित कई मुद्दों पर चर्चा की। इससे पहले जनरल मिले और उनकी पत्नी ने ज्वाइंट बेस मायर-हेंडरसन हॉल में जनरल रावत का स्वागत किया।

बटलर ने कहा कि स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत का समर्थन करने वाली भारत-अमेरिका प्रमुख रक्षा भागीदारी के तहत भारत और अमेरिका सेना से सेना के बीच मजबूत संबंध साझा करते हैं। जनरल मिले ने जनरल रावत को उनकी कुशल सेवा और नेतृत्व के लिए धन्यवाद दिया, जिसने अमेरिका और भारत की साझेदारी की मजबूती में बहुत योगदान दिया है। साथ ही जनरल रावत ने अपनी आधिकारिक यात्रा के दौरान सैनिकों के स्मारक पर माल्यार्पण किया। जनरल बिपिन रावत ने ज्वाइंट बेस लेविस-मैककॉर्ड जेबीएलएम, वाशिंगटन का दौरा किया और मेजर जनरल जेवियर टी. ब्रूनसन, कमांडिंग जनरल, आई कॉर्प्स, यूएस आर्मी के साथ द्विपक्षीय रक्षा सहयोग के मुद्दों पर भी चर्चा की।

हिन्दुस्थान समाचार/सुनीत/दधिबल