नवम्बर माह के अंत तक बन जाएंगी महानगर की 441 सड़कें : मंडलायुक्त
— पहले चरण में मरम्मत के लिए चयनित की गईं 68 सड़कें कानपुर, 16 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश सरकार स
नवम्बर माह के अंत तक बन जाएंगी महानगर की 441 सड़कें : मंडलायुक्त


— पहले चरण में मरम्मत के लिए चयनित की गईं 68 सड़कें

कानपुर, 16 अक्टूबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश सरकार सड़कों को गड्ढामुक्त करने की ओर अग्रसर है। ऐसे में विभिन्न विभागों ने सड़क मरम्मत कार्य को प्राथमिकता के आधार पर शुरू किया है। इसी कड़ी में नगर निगम द्वारा कराये जा रहे मरम्मत कार्य की जमीनी हकीकत देखी गई। जिस प्रकार से कार्य तेजी से चल रहा है उससे संभावना है कि नवम्बर माह के अंत तक महानगर 441 सड़कें बन जाएंगी। यह बातें शनिवार को मंडलायुक्त डा. राजशेखर ने कही।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर उत्तर प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों ने सड़क मरम्मत कार्य को प्राथमिकता के आधार पर शुरू किया है। जिला एवं मंडल स्तर पर डीएम एवं आयुक्त प्राथमिकता के आधार पर कार्य प्रगति की समीक्षा कर रहे हैं। मंडलायुक्त डा. राजशेखर ने बताया कि शनिवार को नगर निगम कानपुर के सड़क मरम्मत कार्यों की जमीनी हकीकत की जांच करने के लिए तीन जोनों की छह सड़कों का निरीक्षण और जांच की, जिन्हें रैंडम आधार पर चुना गया था।

नगर निगम में लगभग 1219 सड़कें हैं जिनकी कुल लंबाई 737 किलोमीटर है। कुल मिलाकर लगभग 441 सड़कों की सूची तैय्यार की गई है जिनकी मरम्मत नवंबर के अंत तक की जानी है। पहले चरण में 68 सड़कों को सड़क मरम्मत के लिए लिया गया है। जिनमें से 53 सड़कें पूरी हो चुकी हैं, चार मरम्मत के अधीन हैं और 11 अभी तक शुरू नहीं हुई हैं। दूसरे चरण के लिए 47 सड़कों का काम लिया गया है जिसके लिए निविदाएं मांगी गई हैं। अगले एक सप्ताह में काम शुरू हो जाएगा। शेष लगभग 330 सड़कों के लिए, 15वें वित्त आयोग के बजट के तहत मरम्मत कार्य प्रस्तावित है। निविदा जल्द ही प्रकाशित की जाएगी और नवंबर के पहले सप्ताह में काम शुरू हो जाएगा और नवंबर के अंत तक पूरा हो जाएगा।

यहां मानक के अनुरुप नहीं मिला कार्य

मंडलायुक्त द्वारा निरीक्षण किये गये छह सड़कों में से चार सड़कों की अच्छी मरम्मत की गयी। एक सही नहीं पाया गया और एक बहुत खराब पाया गया। बारा सब्जी मंडी चौराहा-वंशिका दुकान-वरुण विहार तिराहा (शौचालय के पास) 315 मीटर सड़क तक जोन 05, वार्ड 09 के सड़क मरम्मत कार्य की गुणवत्ता बहुत खराब थी। कार्य की लागत 5.51 लाख रुपया है। मंडलायुक्त ने नगर आयुक्त को उक्त दो कार्यों में अधूरा कार्यों को पूरा करने के निर्देश जारी किए। एक सड़क जो बहुत ही खराब हालत में पाई गई थी, उसमें भी काम खराब गुणवत्ता का था।

मंडलायुक्त ने नगर आयुक्त और मुख्य अभियंता नगर निगम को निर्देश दिया कि ठेकेदार एसपी सिंह कंस्ट्रक्शन को ब्लैक लिस्ट करें। संबंधित जेई राकेश गुप्ता को प्रतिकूल प्रविष्टि दे और एई हरिंदर प्रसाद और ईई राजवीर सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी करे। अगले 10 दिनों में पूरे मरम्मत कार्य को फिर से करवाने और कमिश्नर को वापस रिपोर्ट करने के निर्देश दिए। मंडलायुक्त ने अन्य विभागों के सड़क मरम्मत कार्यों के लिए समीक्षा की।

हिन्दुस्थान समाचार/महमूद/मोहित