राजा हरिश्चंद्र का किरदार निभाकर नवीन चन्द्रा ने बटोरी प्रशंसा, पात्रों का दमदार अभिनय
महामना सभागार में ''सत्य हरिश्चंद्र'' का मंचन वाराणसी,09 सितम्बर (हि.स.)। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के मालवीय मूल्य अनुशीलन केन्द्र के महामना सभागार में मंगलवार को भारतेन्दु हरिश्चंद्र द्वारा लिखित, राजा हरिश्चंद्र के व्यक्तित्व पर केन्
'सत्य हरिश्चंद्र' का मंचन


महामना सभागार में 'सत्य हरिश्चंद्र' का मंचन

वाराणसी,09 सितम्बर (हि.स.)। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के मालवीय मूल्य अनुशीलन केन्द्र के महामना सभागार में मंगलवार को भारतेन्दु हरिश्चंद्र द्वारा लिखित, राजा हरिश्चंद्र के व्यक्तित्व पर केन्द्रित चर्चित नाटक 'सत्य हरिश्चंद्र' का मंचन किया किया गया।

अनुशीलन केन्द्र, अन्तर सांस्कृतिक अध्ययन केन्द्र एवं रामचंद्र शुक्ल साहित्य शोध संस्थान के संयुक्त बैनर तले मंचित नाटक में पात्रों ने दमदार अभिनय से जमकर प्रशंसा बटोरी। भारतेंदु जी की 176 वीं जन्म जयंती की पूर्व संध्या पर नाटक के जरिए सत्य और धर्म के महत्व को बताया गया। जिसमें राजा हरिश्चंद्र के सत्य के मार्ग पर दृढ़ रहने और त्याग की भावना को दर्शाया गया। इस नाटक के संक्षिप्त स्वरूप का निर्देशन उमेश भाटिया, मंच परिकल्पना प्रो. मंजीत चतुर्वेदी ने की। नाटक में विभिन्न पात्रों में राजा हरिश्चंद्र का नवीन चन्द्रा , इन्द्र का हर्ष जायसवाल , विश्वामित्र का प्रशांत कुमार , नारद का रोहित कुन्दन, शैव्या का रिया चौधरी , उपाध्याय का दीपक प्रजापति, भैरव का रोहित कुन्दन तथा पाप का अनुराग कन्नौजिया ने अभिनय किया। संगीत हर्ष पटेल एवं वेदान्त तिवारी और नेपथ्य सहयोग- रोहित कुन्दन, हर्ष पटेल, विकास यादव, गौरव श्रीवास्तव ने दिया। इससे पूर्व कार्यक्रम के प्रारंभ में स्वागत उद्बोधन केन्द्र के समन्वयक प्रो. राजकुमार और धन्यवाद ज्ञापन केन्द्र के समन्वयक प्रो. संजय कुमार ने दिया।

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हिन्दुस्थान समाचार / श्रीधर त्रिपाठी