रायसेनः जिला अस्पताल में की गई आपातकालीन स्थिति में त्वरित उपचार की तैयारियों की मॉक ड्रिल
- कलेक्टर विश्वकर्मा ने भ्रमण कर देखीं व्यवस्थाएं, मरीजों से किया संवाद रायसेन, 09 सितम्बर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के रायसेन जिला अस्पताल में आपातकालीन स्थिति में मरीजों को त्वरित उपचार उपलब्ध कराने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए कलेक्टर अरुण कुमार
आपातकालीन स्थिति में त्वरित उपचार की तैयारियों की मॉक ड्रिल


- कलेक्टर विश्वकर्मा ने भ्रमण कर देखीं व्यवस्थाएं, मरीजों से किया संवाद

रायसेन, 09 सितम्बर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के रायसेन जिला अस्पताल में आपातकालीन स्थिति में मरीजों को त्वरित उपचार उपलब्ध कराने की तैयारियों का जायजा लेने के लिए कलेक्टर अरुण कुमार विश्वकर्मा की उपस्थिति में मंगलवार को मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया, जिसमें एंबुलेंस से मरीज को अस्पताल लाकर तत्काल इलाज दिया गया।

कलेक्टर विश्वकर्मा ने मॉक ड्रिल के दौरान मरीज को एम्बुलेंस से लाकर स्ट्रेचर के माध्यम से आईसीयू वार्ड में भर्ती कर त्वरित जांच और उपचार की प्रक्रिया का अवलोकन किया। उन्होंने जिला अस्पताल में आईसीयू वार्ड, पैथालॉजी लैब सहित अन्य वार्डों में जाकर व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया। साथ ही मरीजों से भी संवाद किया। उन्होंने सीएमएचओ तथा सिविल सर्जन से भी जानकारी लेते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

मॉक ड्रिल के दौरान एक एम्बुलेंस सायरन बजाते हुए जिला अस्पताल पहुंची, जिसमें मरीज के तौर पर एक कर्मचारी मौजूद था। अस्पताल के डॉक्टर्स और कर्मचारी तुरंत हरकत में आए, स्ट्रेचर लेकर मरीज को एम्बुलेंस से उतारा और आईसीयू में ले जाकर तुरंत इलाज शुरू किया। सीएमएचओ ने बताया कि मॉक ड्रिल के माध्यम से आपातकालीन स्थितियों का अनुकरण करके घायलों या मरीजों को वास्तविक घटनाओं के दौरान किस प्रकार त्वरित रूप से प्रभावी उपचार दिया जा सकता है, इसका पूर्वाभ्यास किया गया। मॉक ड्रिल से आपातकालीन परिस्थितियों में अस्पताल के कर्मचारियों की त्वरित प्रतिक्रिया और समन्वय का आकलन किया जाता है।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर