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टोक्यो, 08 सितंबर (हि.स.)। जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा के रविवार को इस्तीफा देने की घोषणा के बाद सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) में हलचल तेज हो गई है। एलडीपी के दिग्गज तोशिमित्सु मोटेगी सोमवार को अपनी उम्मीदवारी की घोषणा करने वाले पहले व्यक्ति बन गए। चर्चा है कि सरकार के शीर्ष प्रवक्ता और मुख्य कैबिनेट सचिव योशिमासा हयाशी भी इस पद के लिए दावेदारी पेश करेंगे। पूर्व आर्थिक सुरक्षा मंत्री साने ताकाइची और कृषि मंत्री शिंजिरो कोइज़ुमी को भी संभावित उम्मीदवार माना जा रहा है।
द जापान टाइम्स अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, एलडीपी के पूर्व महासचिव तोशिमित्सु मोटेगी ने कहा कि पार्टी को इस मुश्किल दौर से निकालना मुश्किल है। पार्टी और सरकार में वह अनुभव के आधार पर अपनी पूरी क्षमता से देश की सेवा करना चाहते हैं। उल्लेखनीय है कि इशिबा जुलाई में हुए उच्च सदन के चुनाव में पार्टी की हार की जिम्मेदारी लेने के बाद पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे चुके हैं।
इशिबा ने रविवार को घोषणा की कि वह पार्टी के भीतर लगातार उठ रही मांगों के बीच इस्तीफा दे रहे हैं। 11 महीने का कार्यकाल पूरा करने वाले इशिबा ने रविवार शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उन्होंने पद छोड़ने का फैसला इसलिए किया क्योंकि अमेरिका के साथ टैरिफ वार्ता महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुंच गई है। इसलिए मेरा मानना है कि अब सही समय है। मैंने अगली पीढ़ी को रास्ता देने का फैसला किया है।
इशिबा का इस्तीफा उस समय आया है जब पार्टी को अध्यक्ष पद का चुनाव समय से पहले कराने का फैसला करना था। हाल ही में हुए उच्च सदन के चुनाव में एलडीपी-कोमेइतो गठबंधन को भारी हार का सामना करना पड़ा है। शनिवार शाम इशिबा ने कृषि मंत्री शिंजिरो कोइज़ुमी और पूर्व प्रधानमंत्री और एलडीपी उपाध्यक्ष योशीहिदे सुगा से मुलाकात की थी। दोनों ने कथित तौर पर सोमवार तक उनसे पद छोड़ने का आग्रह किया था।
समय से पहले चुनाव कराने की मांग कर रहे सांसद एलडीपी मुख्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपने की तैयारी कर रहे हैं। नियमों के अनुसार, अगर पार्टी के अधिकांश सांसद और पार्टी के प्रांतीय प्रमुख समय से पहले चुनाव के पक्ष में हैं, तो पार्टी को चुनाव कराना ही होगा। इशिबा के पद छोड़ने के फैसले पर टिप्पणी करते हुए विपक्षी नेताओं ने राष्ट्रीय प्रशासन में गतिरोध को लेकर सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी की आलोचना की है।
जापान की मुख्य विपक्षी पार्टी कॉन्स्टीट्यूशनल डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रमुख योशीहिको नोडा ने टोक्यो में संवाददाताओं से कहा, राजनीतिक शून्यता जारी रहने वाली है। एलडीपी के भीतर टकराव बहुत लंबा चला है। सनद रहे जापान में पिछले पांच साल से राजनीतिक अस्थिरता जारी है। कोई भी प्रधानमंत्री लगातार तीन साल तक टिक नहीं पाया।
फुमियो किशिदा का पहला कार्यकाल चार अक्टूबर 2021 से 10 नवंबर 2021 तक रहा। दूसरा कार्यकाल 10 नवंबर 2021 से पहली अक्टूबर 2024 तक रहा। शिगेरू इशिबा का पहला कार्यकाल पहली अक्टूबर 2024 से 11 नवंबर 2024 तक रहा। दूसरा कार्यकाल 11 नवंबर 2024 से सात सितंबर, 2025 तक रहा। प्रधानमंत्री के कार्यकाल में बार-बार हो रहे बदलाव की वजह लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी के भीतर सत्ता संघर्ष माना जा रहा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / मुकुंद