प्रधानाध्यापक ने फांसी लगाकर दी जान, टीईटी की अनिवार्यता से था परेशान
उत्तर प्रदेश के महोबा में उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रभारी प्रधानाचार्य मनोज साहू ने फांसी लगा अपनी जान दे दी। टीईटी की अनिवार्यता को लेकर परीक्षा पास कैसे होगी इस बात से परेशान रहते थे।
मृतक की फाइल फोटो


महाेबा, 8 सितंबर (हि.स.)। उच्च प्राथमिक विद्यालय प्रेम नगर में तैनात प्रभारी प्रधानाध्यापक ने घर पर फांसी लगा अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली है। घटना से परिजनों में कोहराम मच गया है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतक के शव का पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम कराया है। तो वहीं साथी शिक्षकों के अनुसार मृतक को अनुकंपा के तहत नौकरी मिली थी और वह टीईटी की अनिवार्यता को लेकर परेशान रहते थे।

जनपद मुख्यालय के मुहाल गांधीनगर निवासी मनोज साहू (51) उच्च प्राथमिक विद्यालय प्रेम नगर में प्रधानाध्यापक के पद पर तैनात थे। सोमवार को सुबह शिक्षक ने मौका पाकर घर की दूसरी मंजिल में बने कमरे में फांसी लगा ली। पत्नी ने ऊपर जाकर पति को फंदे से लटकता देखा तो उनके होश उड़ गए। चीख पुकार सुन मौके पर पड़ोसियों की भीड़ जमा हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने फंदे से उतारकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। दर्दनाक घटना से मृतक की पत्नी चंद्रवती का रो रो कर बेहाल है। तो वहीं पिता की मौत से दो बेटे सूर्यांश (25)और प्रज्ञांश (21) बदहवाश हैं। पुलिस ने मृतक के शव का पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम कराया है।

उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष रमाकांत मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार के द्वारा शिक्षकों के लिए जब से टीईटी की अनिवार्यता की गई है तब से मृतक परेशान था। वह कुछ दिनों से टीईटी परीक्षा कैसे पास होगी इसी विषय में बात कर परेशान रहते थे। अनुकंपा के तहत उनकी नियुक्ति हुई थी।

दहशत में न आएं शिक्षक

प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों के द्वारा शिक्षक साथियों से अपील की गई है कि कोई भी शिक्षक साथी टीईटी परीक्षा लागू होने से दहशत में न आएं । सरकार से लड़ाई की पूरी रणनीति संगठन ने बना ली है। किसी भी सूरत में शिक्षक साथियों का नुकसान नहीं होने दिया जाएगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / उपेन्द्र द्विवेदी