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मालदह, 08 सितंबर (हि. स.)। गौड़बंग विश्वविद्यालय में प्रवेश शुल्क बढ़ाने के विरोध में सोमवार को छात्रों का आंदोलन उग्र रूप ले लिया। दिनभर विश्वविद्यालय परिसर में जोरदार प्रदर्शन, नारेबाजी और धक्का-मुक्की चली। बाद में आक्रोशित छात्रों के एक गुट ने 12 नंबर राष्ट्रीय राजमार्ग को भी अवरुद्ध कर दिया, जिससे यातायात ठप हो गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर अवरोध हटाने की कोशिश की।
छात्रों का आरोप है कि इस साल प्रवेश शुल्क में अत्यधिक वृद्धि की गई है। वर्ष 2023-24 में कला विभाग की प्रवेश फीस दो हजार 300 रुपये थी, जिसे इस बार बढ़ाकर चार हजार 820 कर दिया गया है। वहीं, विज्ञान विभाग की फीस तीन हजार 720 से बढ़ाकर छः हजार 820 कर दी गई है।
छात्रों का कहना है कि विश्वविद्यालय में अधिकतर विद्यार्थी निम्न और मध्यमवर्गीय परिवारों से आते हैं। इतनी अधिक फीस बढ़ोतरी से इन परिवारों पर गंभीर आर्थिक बोझ पड़ेगा।
फीस वृद्धि पर विरोध जताते हुए जून से ही दूसरे सेमेस्टर का प्रवेश स्थगित कर दिया गया था। यह फैसला तत्कालीन कुलपति पबित्र चटर्जी के निर्देश पर लिया गया था। लेकिन 27 अगस्त को राज्यपाल व आचार्य सी.वी. आनंद बोस ने अचानक उपकुलपति को पद से हटा दिया। इसके चलते फीस कम करने और दाखिला प्रक्रिया शुरू करने का मामला अधर में लटक गया। रजिस्ट्रार की देखरेख में बैठक हुई, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल सका।
सोमवार को जब छात्र विश्वविद्यालय गेट के सामने धरना दे रहे थे, तभी उन पर कुछ बाहरी लोगों के हमले का भी आरोप लगा। धक्का-मुक्की में कई छात्र घायल हो गए, जिन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि आंदोलन तोड़ने के लिए उन्हें विभिन्न तरह से धमकाया भी जा रहा है।
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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय