अव्यवस्थाओं के बीच रामगया घाट पर पितृपक्ष श्राद्धकर्म शुरू
मीरजापुर, 8 सितंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मीरजापुर जिले में शिवपुर स्थित रामगया घाट पर सोमवार से पितृपक्ष श्राद्धकर्म और पिंडदान का शुभारंभ हो गया। यहां पर अगले कुछ दिनाें तक बड़ी संख्या में लाेग अपने पितरों का तर्पण और पिंडदान करेंगे। अमावस्या ति
रामगया घाट पर पितृपक्ष श्राद्धकर्म करते श्रद्धालु


मीरजापुर, 8 सितंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के मीरजापुर जिले में शिवपुर स्थित रामगया घाट पर सोमवार से पितृपक्ष श्राद्धकर्म और पिंडदान का शुभारंभ हो गया। यहां पर अगले कुछ दिनाें तक बड़ी संख्या में लाेग अपने पितरों का तर्पण और पिंडदान करेंगे। अमावस्या तिथि पर तो हजारों की भीड़ उमड़ने की परंपरा है। आज सुबह से ही लोग गंगा स्नान कर तर्पण व पिंडदान कर पूर्वजों को श्राद्ध देते दिखे। जौ के आटे से बने पिंड में घी व काला तिल मिलाकर पिंडदान करने के बाद लोगों ने ब्राह्मणों को यथाशक्ति दान देकर विदाई दी। घाट पर श्राद्ध कर्म का अनुष्ठान कराने वाले पुरोहित अनिल द्विवेदी ने बताया कि अमावस्या को यहां अपार भीड़ उमड़ेगी।

हालांकि घाट आने वाले लाेग और पुरोहित दोनों ही अव्यवस्थाओं से परेशान हैं। शिवपुर बाजार से घाट तक बिजली, पानी, शौचालय, साफ-सफाई व प्रकाश व्यवस्था ध्वस्त है। गंगा का जलस्तर घटने के बाद घाट की सीढ़ियों और आसपास सिल्ट व कचरा जमा है। वहीं जलस्तर बढ़ने से शवदाह कार्य मुक्ति धाम में शिफ्ट कराए जा रहे हैं। मुक्ति धाम परिसर व घाट की सीढ़ियां सिल्ट से पटे हैं। लाेगाें के लिए बने शौचालय जर्जर हालत में हैं और घाट पर मात्र एक हैंडपंप से हजारों लोग पानी की व्यवस्था कर रहे हैं।

पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष मनोज जायसवाल के कार्यकाल में यहां ठंडे पेयजल की मशीन लगाई गई थी, लेकिन वर्षों से वह शोपीस बनी रही। हाल ही में पालिका ईओ ने मरम्मत कर मशीन को चालू कराया है। इसके अलावा, शिवपुर बाजार से घाट तक अतिक्रमण के चलते जाम की स्थिति बन रही है। शाम होते ही गंगा घाट अंधेरे में डूब जाता है क्योंकि प्रकाश व्यवस्था ठप है।

लाेगाें का कहना है कि इतनी बड़ी परंपरा और धार्मिक आयोजन के बावजूद प्रशासनिक लापरवाही से यहां आने वाले भारी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / गिरजा शंकर मिश्रा