पतंजलि ऋषिकुल विद्यालय में विद्यार्थियों को मिला समस्या के समाधान का मंत्र
प्रयागराज, 08 सितम्बर (हि.स.)। पतंजलि ऋषिकुल विद्यालय ने युवा पीढ़ी को सकारात्मक दिशा देने और उनमें शांतिपूर्ण समस्या-समाधान, कौशल विकसित करने के उद्देश्य से विद्यार्थियों के लिए एक विशेष कार्यशाला ’समस्या समाधान : शांतिपूर्ण तरीका’ का आयोजन किया। यह
सम्बोधित करते प्रो ईवी गिरीश


प्रयागराज, 08 सितम्बर (हि.स.)। पतंजलि ऋषिकुल विद्यालय ने युवा पीढ़ी को सकारात्मक दिशा देने और उनमें शांतिपूर्ण समस्या-समाधान, कौशल विकसित करने के उद्देश्य से विद्यार्थियों के लिए एक विशेष कार्यशाला ’समस्या समाधान : शांतिपूर्ण तरीका’ का आयोजन किया। यह कार्यशाला विद्यार्थियों को जीवन की चुनौतियों का सामना शांति और समझदारी से करने के लिए साेमवार काे आयोजित की गई।

मुख्य वक्ता ब्रह्माकुमार प्रो. ई.वी. गिरीश ने छात्रों को समझाया कि कैसे शांतिपूर्ण दृष्टिकोण अपनाकर किसी भी समस्या का प्रभावी ढंग से समाधान किया जा सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों को तनाव मुक्त रहने, सकारात्मक सोच रखने और आपसी समझ के साथ मिलकर काम करने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने छात्रों को एकाग्रता का रहस्य समझाया। कार्यशाला में इंटरैक्टिव सत्र और व्यावहारिक अभ्यास शामिल थे, जिससे छात्रों को वास्तविक जीवन की स्थितियों में इन कौशलों को लागू करने में मदद मिली। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि वे अपने माता-पिता, शिक्षकों और ज्येष्ठजनों का सम्मान करें तथा इस जीवन के लिए ईश्वर के प्रति आभार व्यक्त करना अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं।

उल्लेखनीय है कि प्रो. ई वी गिरीश एक अनुभवी कॉर्पोरेट ट्रेनर, गतिशील प्रशिक्षक और परामर्शदाता हैं, जो 25 वर्षों से अधिक समय से ब्रह्माकुमारी विवि से जुड़े हुए हैं। उन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में 1000 से अधिक वार्ताएं तथा विश्व स्तर पर 500 से अधिक ’ट्रेन द ट्रेनर’ और फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम कार्यशालाएं आयोजित की हैं। उनकी विशेषज्ञता ’समस्या समाधानः शांतिपूर्ण तरीका’ जैसे महत्वपूर्ण प्रशिक्षण मॉड्यूल्स में शामिल है।

विद्यालय की सचिव डॉ. कृष्णा गुप्ता ने कहा कि आज के प्रतिस्पर्धात्मक युग में, जब विद्यार्थी तनाव और दबाव से जूझ रहे हैं, ऐसे प्रेरक कार्यक्रम उन्हें यह सिखाते हैं कि शांति ही वास्तविक शक्ति है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की गतिविधियां न केवल प्रेरणा देती हैं बल्कि विद्यार्थियों के चरित्र निर्माण और धैर्य को भी सुदृढ़ करती हैं।

विद्यालय की निदेशिका रेखा बैद ने कहा कि शांति के साथ समस्या समाधान केवल एक विचार नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक शैली है, जिसे हम सभी को अपनाना चाहिए। उन्होंने ब्रह्माकुमारी संस्था के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने विद्यार्थियों को ज्ञान और सकारात्मकता के मार्ग पर अग्रसर करने का सराहनीय कार्य किया है।

विद्यालय के प्रधानाचार्य नित्यानंद सिंह ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि आज के प्रतिस्पर्धा भरे युग में, हमारे युवाओं के सामने अनेक चुनौतियां आती हैं। इन चुनौतियों का सही समाधान एक शांत मन ही कर सकता है, शांत मन से ही किसी विषय को पूर्णरूप और अच्छी तरह से सीखा जा सकता है। यह सीखना उनके सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यक है। यह कार्यशाला विद्यार्थियों को प्रेरित करेगी और प्रत्येक क्षेत्र में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने में मदद मिलेगी।

कार्यशाला में मुख्य पदाधिकारी ब्रह्माकुमारी मनोरमा दीदी, राजपाल, प्रकाश और कुसुम बंसल साथ ही महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर की प्रधानाचार्या श्रीमती अल्पना डे, पतंजलि नर्सरी स्कूल हेड मिस्ट्रेस विभा श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / विद्याकांत मिश्र