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जींद, 8 सितंबर (हि.स.)। नगर परिषद चेयरमैन डा. अनुराधा सैनी ने कहा कि वो अपने एक माह का वेतन, नप के अधिकारियों, कर्मियों तथा पार्षदों, कच्चे कर्मचारियों द्वारा एकत्रित की गई लगभग सवा तीन लाख रुपये की राशि को मुख्यमंत्री राहत कोष में देंगी। आपदा की घड़ी में हरियाणा के लोग तथा नायब सैनी सरकार पंजाब के साथ खड़े हैं। सीएम नायब सैनी ने पंजाब तथा जम्मू-कश्मीर को पांच-पांच करोड़ की आर्थिक सहायता दी है। इसी कड़ी में जींद नप के कर्मियों, अधिकारियों तथा पार्षदों ने भी सीएम राहत कोष में अपना योगदान दिया है। उन्होंने लोगो से आह्वान किया कि वे पंजाब में आई बाढ़ से वहां के लोगों को उभारने के लिए अपना योगदान जरूर दें।
नगर परिषद चेयरमैन डा. अनुराधा सैनी सोमवार को नगर परिषद में पत्रकारों से बातचीत कर रही थी। उन्होंने कहा कि वो उन लोगों का भी स्वागत करते हैं जो पंजाब से यहां आए हैं। आज पंजाब तथा पहाड़ी क्षेत्रों में भारी आपदा भरा संकट आया है। इस संकट की घड़ी में हम उनके साथ खड़े हैं। किसानों की फसलें नष्ट हो गई हैं और पशुधन भी बह गया है। ऐसे में हम सबका नैतिक फर्ज बनता है कि हम सब बाढ़ पीडि़तों की सहायता करें। उन्होंने कहा कि शहर में विकास कार्यों और सौंर्दयकरण पर चार करोड़ 30 लाख 45 हजार रुपचे खर्च करने जा रही है।
नप की योजना में पंछी टावरों को निर्माण करना भी है ताकि पक्षियों को उनके ठिकाने के साथ दाना पानी मिल सके। उन्होंने लोगों से आसपास इलाके को स्वच्छ रखने की अपील भी की ताकि बीमारियो को फैलने से रोका जा सके। मलेरिया के अनुरूप मौसम को देखते हुए नप द्वारा फोगिंग भी करवाई जा रही है। उन्होनें उन लोगो को भी चेताया जो पशुओं को शहर की तरफ छोड़ जाते हैं। पकड़े जाने पर ऐसे लोगों के खिलाफ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाने की बात कही। सड़कें टटूने के मामले में उन्होंने कहा कि बारिश के कारण सड़कें टूटी हैं।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा