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कोलकाता, 8 सितम्बर (हि.स.)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर सभी को शुभकामनाएं और बधाई दी है। सोमवार सुबह उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने संदेश में लिखा कि वही प्रतिभा असली प्रतिभा है, जो सच्चा समाज बनाती है।
दरअसल अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस हर साल आठ सितम्बर को मनाया जाता है। यह दिन 1966 में संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन यूनेस्को द्वारा घोषित किया गया था और 1967 से इसका आयोजन शुरू हुआ। इसका उद्देश्य दुनिया भर में साक्षरता की अहमियत को सामने लाना और लोगों में शिक्षा के प्रति जागरूकता पैदा करना है। इस वर्ष का विषय है “डिजिटल युग में साक्षरता को बढ़ावा देना”। यह विषय उस समय बेहद प्रासंगिक है जब शिक्षा का बड़ा हिस्सा डिजिटल माध्यमों से जुड़ चुका है।
यूनेस्को का कहना है कि साक्षरता केवल पढ़ने और लिखने की क्षमता नहीं है, बल्कि यह समाज में सम्मान, समानता और सामाजिक न्याय की नींव है। इसी उद्देश्य से हर साल विभिन्न देशों में इस दिन कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और साक्षरता को बढ़ावा देने वाले संगठनों और व्यक्तियों को सम्मानित किया जाता है।
भारत में भी इस दिवस का विशेष महत्व है। सरकार द्वारा समय-समय पर साक्षरता अभियान चलाए जाते हैं, जिनका मकसद न केवल लोगों को पढ़ना-लिखना सिखाना है, बल्कि उन्हें सामाजिक और आर्थिक रूप से सक्षम बनाना भी है।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर