युवाओं में बढ़ती नशाखोरी पर गोष्ठी
पौड़ी गढ़वाल, 8 सितंबर (हि.स.)। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विवि के डा.बीजीआर परिसर में युवाओं में बढती नशाखोरी: समस्या और समाधान पर एक विमर्श विषय पर आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रो. संजीव
युवाओं में बढ़ती नशाखोरी पर गोष्ठी


पौड़ी गढ़वाल, 8 सितंबर (हि.स.)। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विवि के डा.बीजीआर परिसर में युवाओं में बढती नशाखोरी: समस्या और समाधान पर एक विमर्श विषय पर आयोजित एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया ।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि प्रो. संजीव शर्मा व अन्य अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। प्रो. राजेश डंगवाल द्वारा मुख्य अथिति संजीव शर्मा को शॉल व रामचरितमानस देकर सम्मानित किया।

राजनीति विज्ञान विभाग की ओर से प्रो. एम एम सेमवाल ने सभी अतिथियों संक्षिप्त परिचय देते हुए युवाओं में नशे की लत की तथ्यवार चर्चा की और इसके मानव तस्करी, सड़क दुर्घटनाओं आदि समस्याओं से संबंध का वर्णन किया। प्रो सेमवाल ने उत्तराखंड पूर्व में नशे के विरुद्ध 70 के दशक के आंदोलन, टिंचरी माई द्वारा आंदोलन व 1984 गढ़वाल शराब विरोधी आंदोलन जैसे आंदोलनों की वर्तमान आवश्यकता पर बल देते हुए कार्यक्रम में महत्वपूर्ण चर्चा का आह्वान किया।

संगोष्ठी के संयोजक डॉ मनोज कुमार द्वारा संगोष्ठी के विषय व महत्व का संक्षिप्त परिचय कराया। प्रो. अतुल कुमार डोबरियाल द्वारा संगोष्ठी के विषय को विस्तृत महत्व का बताया और नशे के मानव मस्तिष्क एवं हार्मोंस पर होने वाले प्रभावों का वैज्ञानिक विश्लेषण किया एवं पारिवारिक संबंधों की एकांकी प्रवृति की नशे की आदत में भूमिका को समझाया।

मुख्य वक्ता प्रो. दुर्गा कांत चौधरी द्वारा नशे के बहुआयामी प्रकृति और नशे की रोकथाम के मापदंडों को समझते हुए शिक्षण संस्थानों में नशे की स्थिति पर चिंता व्यक्त की। कार्यक्रम मुख्य अतिथि प्रो संजीव शर्मा द्वारा पाश्चात्य संस्कृति की अपरायोज्यता व नशे जैसी दुर्बलताओं के उपाय राष्ट्रीय संस्कृति में खोजने का आह्वान किया, प्रो शर्मा ने व्यक्ति निर्माण, चरित्र निर्माण, भावना का संयुक्तिकरण जो परंपराओं जनित हो को नशे की रोकता के लिए प्रभाव उपाय बताया और शिक्षण संस्थाओं को सामाजिक संस्थाओं के साथ मिलकर काम करने पर बल दिया।

कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रो. यूसी गैरोला ने अकादमिक जगत से युवाओं में इच्छाशक्ति दृढ़ करने का आह्वान किया जो युवाओं में नशे की प्रवृति को हतोत्साहित करेगा। कार्यक्रम का समापन डॉ निशु भाटी द्वारा द्वारा धन्यवाद संबोधन कर किया गया। कार्यक्रम में, प्रो रेहाना जैदी, प्रो. रेखा नैथानी, प्रो. पीयूष सिन्हा, प्रो. एमसी पुरोहित आदि शामिल रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / कर्ण सिंह