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कोलकाता, 08 सितंबर (हि. स.)। पश्चिम बंगाल में उच्च माध्यमिक परीक्षा नए सिस्टम के तहत शनिवार को पहली बार आयोजित की गई। सुबह 10 बजे से 11:15 बजे तक चली इस परीक्षा में छात्रों ने लिखित उत्तर पुस्तिका के बजाय ओएमआर शीट पर उत्तर दिए।
परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न होने की जानकारी देते हुए पश्चिम बंगाल उच्च माध्यमिक शिक्षा परिषद के अध्यक्ष चिरंजीव भट्टाचार्य ने कहा कि हमने कई केंद्रों का निरीक्षण किया। कहीं कोई परेशानी नहीं हुई। छात्रों ने बताया कि उन्होंने बिना किसी असुविधा के परीक्षा दी।
परीक्षा के पहले दिन बंगला विषय की परीक्षा हुई, जिसे लेकर परीक्षार्थी संतुष्ट नजर आए।
पहले दिन कुल पांच हजार 527 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। इनमें उत्तर बंगाल क्षेत्रीय कार्यालय के अंतर्गत एक हजार 321, बर्दवान में एक हजार 465, मेदिनीपुर में 668 और कोलकाता में दो हजार 373 छात्र शामिल हैं। इसके अलावा 14 छात्र बीमारी के कारण परीक्षा नहीं दे पाए। हालांकि 497 दिव्यांग परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। कहीं से भी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट बरामद होने की खबर नहीं मिली।
इस बार ‘दुआर पोर्टल’ का ऑनलाइन अटेंडेंस सिस्टम भी लागू किया गया। हालांकि, पहले दिन एक साथ भारी संख्या में ऑनलाइन एंट्री होने के कारण मामूली दिक्कतें आईं। चिरंजीव भट्टाचार्य ने भरोसा जताया कि कल से यह समस्या नहीं होगी।
केंद्र निरीक्षण के दौरान कुछ अभिभावकों ने परिषद अध्यक्ष के सामने नाराजगी जताई। उनका आरोप था कि कई छात्रों को तीन महीने तक किताबें नहीं मिलीं। इस पर भट्टाचार्य ने सफाई दी कि तीन महीने नहीं, केवल एक महीने की देरी हुई थी। जिस विषय की किताबें देर से मिलीं, उनके पाठ वीडियो ट्यूटोरियल के रूप में यूट्यूब चैनल पर उपलब्ध कराए गए थे।
परिषद ने घोषणा की है कि प्रथम सेमेस्टर का परिणाम 31 अक्टूबर तक जारी कर दिया जाएगा। परिणाम आने के 72 घंटे बाद ओएमआर शीट की स्कैन कॉपी अपलोड की जाएगी। परिषद अध्यक्ष ने कहा कि करीब 40 लाख ओएमआर शीट एक साथ अपलोड करने पर सर्वर पर दबाव बढ़ सकता है। इसलिए पहले रिजल्ट जारी होगा और बाद में ओएमआर शीट दी जाएगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि नए ढांचे में पहला दिन भले सफल रहा हो, लेकिन आने वाले दिनों में कुछ मुद्दों पर परिषद को और विचार करना होगा, जैसे विज्ञान विषय की परीक्षा का समय और ओएमआर शीट पहले देने की मांग। इस पर परिषद अध्यक्ष का आश्वासन है कि परिस्थिति को देखकर आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
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हिन्दुस्थान समाचार / धनंजय पाण्डेय