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कोलकाता, 8 सितम्बर (हि.स.)।
पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में हुई लिंचिंग की घटना में पुलिस ने सोमवार को पहली गिरफ्तारी की है। यह मामला तेहट के निश्चिंतपुर इलाके का है, जहां नौ साल के एक बच्चे की हत्या के शक में भीड़ ने एक दंपत्ति को बेरहमी से पीट-पीटकर मार डाला था। पुलिस ने इस घटना में 200 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार गिरफ्तार युवक करीमपुर थाना क्षेत्र से पकड़ा गया, जब वह फरार होने की कोशिश कर रहा था। नदिया जिला पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, एक आरोपित को गिरफ्तार किया गया है। बाकी आरोपितों की तलाश जारी है। मामले की गहन जांच की जा रही है।
यह घटना शुक्रवार रात की है, जब तीसरी कक्षा का छात्र स्वर्णभा विश्वास खेलते-खेलते लापता हो गया था। काफी खोजबीन के बाद शनिवार सुबह उसका शव एक तालाब में तिरपाल में लिपटा मिला। बच्चे की मौत की खबर मिलते ही ग्रामीणों ने गुस्से में उत्पल विश्वास और उनकी पत्नी सोमा विश्वास पर हत्या का आरोप लगाकर दोनों को बुरी तरह पीट दिया। इस दौरान उनकी बहू निशा को भी पीटा गया, जो गंभीर हालत में इलाजरत है। भीड़ ने उनके घर में भी आग लगा दी।
घटना के बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। जिस जगह से बच्चे का शव बरामद हुआ और जहां दंपत्ति की हत्या हुई, उसे पुलिस ने घेरकर रखा है। वहां टूटे हुए बांस के डंडे और खून के निशान अब भी मौजूद हैं। पुलिस ने पूरे क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए हैं और फॉरेंसिक टीम के आने तक आम लोगों को घटनास्थल से दूर रखा गया है।
इस बीच, रविवार सुबह पुलिस ने बच्चे की हत्या के आरोप में चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया था। अदालत ने उन्हें पुलिस हिरासत में भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है ताकि असली दोषियों को सजा मिल सके।
हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर