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मंदसौर, 8 सितंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के मल्हारगढ में लगातार बारिश से खेत जलमग्न हो गये किसानों की थोड़ी बहुत बची उम्मीदों पर पानी फिर गया है और यह कहावत चरितार्थ हो रही है पहले ही दुबले ओर फिर दो आषाढ़ किसान सोयाबीन की फसल पर पिला मोजेक इल्लियों के प्रकोप के साथ ही अफलन जैसी स्थिति से गुजर रहा था और फिर लगातार बारिश से बची खुची फसल पूरी तरह नष्ट हो गई।
सोमवार को मल्हारगढ ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शर्मा ने अरनिया देव,पिपलीया विश्नया,बही पार्शनाथ आदि गांवों में पहुंचकर पानी से लबालब खेतो में जाकर किसानों से चर्चा की। किसान परमानंद पाटीदार ने बताया कि किसान इस समय काफी संकट में है और यह संकट धीरे धीरे बढ़ता ही जा रहा है। पहले अल्पवर्षा हुई मंहगे भाव का खाद बीज लाकर बुआई की बारिश की लंबी खेंच से फसल रोगग्रस्त होकर पिलामोजेक अफलन की भेंट चढ़ गई और अब लगातार बारीश से खेतों में जलभराव होने से हमारी सारी उम्मीदे टूट गई हम काफी हताश एवं निराश है।
किसान राहुल डांगी ने कहा कि किसानों को अपनी उपज का वाजिब दाम नही मिल रहा है जबकि खाद, बीज, कीटनाशक के भाव आसमान छू रहे है। हमे किसान सम्माननिधि नही चाहिए हमारा तो सम्मान वैसे ही होजायेगा जब किसानों को सरकार उपज के वाजिब दाम देगी।डांगी ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों का खामियाजा किसान भुगत रहा है।
ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष अनिल शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार जब भी प्राकृतिक आपदा आती है तब सर्वे सर्वे का ढिंढोरा पिटती है कितनी ही बार सर्वे हुवे पर आज तक किसानों के खाते में किसी प्रकार की कोई मुआवजे की राशि नही आई। शर्मा ने कहा कि अब किसी सर्वे की आवश्यकता नही रह गई है सारी फसले विशेषकर सोयाबीन पूरी तरह नष्ट हो गई है अब किसानों को बगैर सर्वे के ही मुआवजा मिलना ही चाहिए।
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हिन्दुस्थान समाचार / अशोक झलोया