सोनीपत: उपायुक्त ने नेशनल अवार्डी शिक्षिका सुनीता ढुल को किया सम्मानित
जिला प्रशासन की ओर से राष्ट्रीय शिक्षक अवार्ड प्राप्त शिक्षिका सुनीता ढुल को सोमवार को सम्मानित किया गया। उपायुक्त सुशील सारवान ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार और उत्कृष्ट कार्य कर उन्होंने जिले व प्रदेश का नाम देशभर में र
सोनीपत: उपायुक्त ने नेशनल अवार्डी शिक्षिका   सुनीता ढुल को सम्मानित करते हुए


सोनीपत, 8 सितंबर (हि.स.)। जिला

प्रशासन की ओर से राष्ट्रीय शिक्षक अवार्ड प्राप्त शिक्षिका सुनीता ढुल को सोमवार को

सम्मानित किया गया। उपायुक्त सुशील सारवान ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि शिक्षा के

क्षेत्र में नवाचार और उत्कृष्ट कार्य कर उन्होंने जिले व प्रदेश का नाम देशभर में

रोशन किया है।

उन्होंने

कहा कि शिक्षकों की मेहनत और समर्पण से ही बच्चों का भविष्य उज्ज्वल बनता है तथा समाज

को नई दिशा मिलती है। सुनीता ढुल जैसे प्रेरणादायी शिक्षक विद्यार्थियों में नई सोच

और आत्मविश्वास का संचार करते हैं।

हरियाणा

की सुनीता ढुल को शिक्षक दिवस पर दिल्ली में आयोजित समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी

मुर्मू के हाथों राष्ट्रीय शिक्षक अवार्ड प्राप्त हुआ। वे इस बार हरियाणा की एकमात्र

शिक्षिका हैं जिन्हें यह सम्मान मिला है। शिक्षा के क्षेत्र में लगन और समर्पण के साथ

कार्य करने पर उन्हें यह पुरस्कार दिया गया। सुनीता रेडक्रॉस में राष्ट्रीय मास्टर

ट्रेनर के रूप में करीब 14 हजार बच्चों को फर्स्ट एड और जीवन रक्षक कौशल का प्रशिक्षण

दे चुकी हैं। साथ ही वे डेढ़ साल से एक पेड़ मां के नाम अभियान के तहत बच्चों को पौधारोपण

के लिए प्रेरित कर रही हैं।

इसके

बाद उपायुक्त ने प्रशासन से परिचय कार्यक्रम के तहत समाधान शिविर में पहुंचे विद्यार्थियों

को एम्बेस्डर बैज पहनाया। बच्चों को प्रशासनिक तंत्र, अधिकारियों और उनकी कार्यप्रणाली

से परिचित कराया गया। पीएम श्री स्कूल जीजीएसएसएस मुरथल अड्डा और जीएसएसएस बड़ौली के

विद्यार्थियों ने कार्यक्रम में भाग लेकर अनुभव प्राप्त किया। दिनचर्या पूरी होने के बाद विद्यार्थी अपने अनुभव स्कूल

असेंबली में साझा करते हैं और निबंध प्रतियोगिता के माध्यम से अन्य बच्चों को भी प्रेरित

करते हैं।

इसके

पश्चात उपायुक्त सुशील सारवान ने प्रशासन से परिचय कार्यक्रम के तहत समाधान शिविर में

पहुंचे बच्चों को एमबेस्डर बैज पहनाया और उनको प्रशासनिक तन्त्र, अधिकारियों और उनकी

कार्यप्रणाली से परिचित कराया। उन्होंने बच्चों को बताया कि किस तरह आम जनता समाधान

शिविर में अपनी समस्याएँ और सुझाव सीधे अधिकारियों तक पहुंचा सकते हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / नरेंद्र शर्मा परवाना