हादसे में मृत मां-बेटी व भतीजे की उठी अर्थियां, अमावता गांव में छाया मातम
औरैया, 08 सितंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में अजीतमल कोतवाली क्षेत्र के गांव अमावता में सोमवार को हृदयविदारक दृश्य देखने को मिला। यहां रविवार काे सड़क हादसे में मृतक एक ही परिवार के तीन लाेगाें की अर्थियां एक साथ उठीं और पूरे गांव का माहौल
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औरैया, 08 सितंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में अजीतमल कोतवाली क्षेत्र के गांव अमावता में सोमवार को हृदयविदारक दृश्य देखने को मिला। यहां रविवार काे सड़क हादसे में मृतक एक ही परिवार के तीन लाेगाें की अर्थियां एक साथ उठीं और पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया। तीनों की अंतिम यात्रा में हजारों ग्रामीणाें की भीड़ उमड़ पड़ी।

अमावता गांव निवासी वीरेश ने बताया कि गांव के धर्मेंद्र सेंगर खेती-किसानी के साथ फोटोग्राफी का काम करते हैं। उनका इकलाैता बेटा कविन्द्र प्रताप सिंह उर्फ कपिल (24) रविवार को चाची सोनी (पत्नी हरिश्चंद्र सेंगर) और उनकी दो वर्षीय पुत्री परी काे आंखाें की समस्या के चलते इटावा में डाक्टर काे दिखाने बाइक से लेकर गया था। उनके साथ साेनी की बड़ी बेटी अर्पणा भी थी। दवा लेने के बाद वापस लाैटते समय अपर्णा अपनी नानी के यहां बिजौली में रुक गई और भतीजा कपिल अपनी चाचाी साेनी और उनकी मासूम बेटी परी काे लेकर बाइक से आ रहा था। इटावा जनपद के बकेबर थाना क्षेत्र स्थित महेवा ओवरब्रिज के पास पहुंचते ही उनकी बाइक में सामने से आ रही तेज रफ्तार पिकअप ने जोरदार टक्कर मार दी। इस हादसे में तीनों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।

वीरेश ने बताया कि हादसे की खबर मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। वहीं गांव में भी मातम पसर गया। उन्हाेंने बताया कि इकलाैते बेटे की मौत और शव देखकर पिता धर्मेंद्र बदहवास हो गए और बार-बार बेहोश होकर गिर जा रहे हैं। ग्रामीण लगातार उन्हें ढांढस बंधाते रहे। गांव वालाें ने बताया कि मृतक कपिल बेहद होनहार और मिलनसार युवक था। वह हमेशा दूसरों की मदद के लिए आगे रहता था। उसकी अकाल मृत्यु से पूरा गांव शोकाकुल है। वहीं मां और मासूम बेटी की मौत काे लेकर भी परिवार के साथ गांव में सभी की आंखें नम हैं। इस मामले में बकेवर थाना प्रभारी ने

बताया कि पिकअप काे कब्जे में लेकर कार्रवाई जारी है।

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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील कुमार