आआपा की ‘फुलेरा की पंचायत’ का जवाब ‘सुपर सीएम’ से दिया गया
नई दिल्ली, 08 सितंबर (हि.स.)। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने सोमवार को आम आदमी पार्टी (आआपा) के नेताओं के दिल्ली सरकार को ‘फुलेरा की पंचायत’ और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के पतिे के बैठक में शामिल होने पर हो रहे हमलों का जवाब दिया। उन्ह
दिल्ली के खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा (फाइल फोटो)


नई दिल्ली, 08 सितंबर (हि.स.)। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने सोमवार को आम आदमी पार्टी (आआपा) के नेताओं के दिल्ली सरकार को ‘फुलेरा की पंचायत’ और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के पतिे के बैठक में शामिल होने पर हो रहे हमलों का जवाब दिया। उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के जेल जाने पर सुपर सीएम बनकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करती उनकी सुनीता केजरीवाल का फोटो पोस्ट करते हुआ लिखा, ‘सत्ता के लालच को दर्शाती ये तस्वीर ही आआपा दिल्ली के संयोजक सौरभ भारद्वाज के लिए काफी होनी चाहिए।’

मंत्री मनजिंदर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के पति एक कार्यकर्ता की तरह बैठक में मौजूद हैं। वो भी उस बैठक में जो मुख्यमंत्री की विधानसभा से संबंधित थी। उन्होंने कहा कि आआपा नेताओं को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर उंगली उठाने से पहले कोई ठोस मुद्दा खोजना चाहिए…ऐसी खोखली और घटिया राजनीति आआपा की महिला-विरोधी सोच का प्रमाण है।

आआपा नेता सौरभ भारद्वाज ने आज पार्टी कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस करते हुए दिल्ली सरकार की तुलना ‘फुलेरा की पंचायत’ और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के पति के बैठक में बैठने पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के पति मनीष गुप्ता अधिकारियों के साथ भी बैठक आदि कर रहे हैं।

सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सोशल मीडिया हेड अमित मालवीय कह रहे हैं कि जैसे पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के समय रमा धवन काम करती थीं, वैसे ही मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के पति मनीष गुप्ता अभी काम देख रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि अमित मालवीय ने आज एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि आआपा को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर निशाना साधने के लिए कुछ और ठोस तरीका ढूंढना चाहिए। वह अपने निर्वाचन क्षेत्र की समीक्षा बैठक कर रही थीं, जिसका प्रबंधन उनके पति करते हैं- ठीक वैसे ही जैसे शीला दीक्षित के निर्वाचन क्षेत्र का प्रबंधन उनकी बहन रमा धवन करती थीं और सुनीता केजरीवाल अरविंद केजरीवाल के निर्वाचन क्षेत्र की देखभाल करती थीं। हालांकि सुनीता केजरीवाल के विपरीत मुख्यमंत्री के पति उनकी कुर्सी पर नहीं बैठे थे या ऐसे गैरकानूनी आदेश जारी नहीं कर रहे थे जिन्हें वरिष्ठ अधिकारियों को मुख्यमंत्री महोदया के निर्देश के रूप में फाइल में दर्ज करने के लिए मजबूर किया गया हो। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री रेखा को सिर्फ इसलिए निशाना बनाना बंद करें क्योंकि वह एक महिला हैं, जो अच्छा काम कर रही हैं और हर गुजरते दिन के साथ अरविंद केजरीवाल को और भी साधारण बना रही हैं।

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हिन्दुस्थान समाचार / धीरेन्द्र यादव