बच्चों के अपहरण व तस्करी करने वाले गिरोह का भंडाफोड़, 10 गिरफ्तार
नई दिल्ली, 8 सितंबर (हि.स.)। दक्षिण-पूर्वी जिले की स्पेशल स्टाफ टीम ने बच्चों के अपहरण और तस्करी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस गिरोह के 10 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरोह बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों से छोटे बच्चों का अप
बच्चों के अपहरण व तस्करी करने वाले गिरोह के लाेगाें की फाेटाे


नई दिल्ली, 8 सितंबर (हि.स.)। दक्षिण-पूर्वी जिले की स्पेशल स्टाफ टीम ने बच्चों के अपहरण और तस्करी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस गिरोह के 10 सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरोह बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों से छोटे बच्चों का अपहरण कर उन्हें पैसों के लिए आगे बेच देता था। स्पेशल स्टाफ की त्वरित कार्रवाई से सिर्फ़ 48 घंटे में सराय काले खां से अगवा 6 माह के बच्चे को आगरा से बरामद किया गया। इसके अलावा 5 अन्य बच्चों को भी अलग-अलग जगहों से मुक्त कराया गया।

दक्षिण-पूर्वी जिले के डीसीपी डॉ. हेमंत तिवारी ने नई दिल्ली स्थित पुलिस मुख्यालय में प्रेस वार्ता कर बताया कि पकड़े गए आरोपितों की पहचान पिनहाट (आगरा) निवासी वीरभान (30) मुख्य आरोपित, कालिचरण (45) वीरभान का ससुर, अपहरण में शामिल, डॉ. कमलेश कुमार (33) – के.के हॉस्पिटल आगरा का मालिक, सुंदर सिंह (35) इसके ऊपर पहले भी आपराधिक मामले दर्ज है, आगरा निवासी कृष्णा शर्मा (28), आगरा निवासी प्रीति शर्मा (30), ऋतु त्रिपाठी (40) पहले भी तस्करी के मामले में शामिल रही है, लखनऊ निवासी ज्योत्सना (39), आगरा निवासी

रचीता उर्फ रुबीना अग्रवाल (42) और फिरोजाबाद निवासी निखिल कुमार (22) के रूप में हुई है।

डीसीपी ने बताया कि 22 अगस्त 2025 को उप्र निवासी सुरेश अपने परिवार के साथ आईएसबीटी सराय काले खां पहुंचे थे। वे पत्नी और चार बच्चों के साथ प्लेटफॉर्म नंबर-2 पर सो रहे थे। देर रात करीब 11 बजे उन्होंने पाया कि उनका 6 माह का बच्चा गायब है। इस पर थाना सनलाइट कॉलोनी में मामला दर्ज हुआ। जांच के दौरान बच्चों की बिक्री और तस्करी से जुड़े गंभीर तथ्य सामने आए। जिसके बाद स्पेशल स्टाफ काे जिम्मा साैंपा गया। इंस्पेक्टर राजेंद्र सिंह डागर, एसआई चंचल, एसआई कृति, एसआई कविता, दीपक, शुभम चौधरी, मुनेश समेत कई पुलिसकर्मी शामिल रहे। टीम का नेतृत्व एडिशनल डीसीपी-एश्वर्या शर्मा कर रही थीं।

पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर आरोपिताें की पहचान हुई और तकनीकी निगरानी से पुलिस ने मुख्य आरोपित वीरभान को उप्र के पिनहाट से दबोचा। पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे हुए और गिरोह के अन्य सदस्य काे दबाेचा गया।

ऑपरेशन की बड़ी उपलब्धियां

आरोपित वीरभान ने कबूल किया कि उसने अपने ससुर कालिचरण के साथ मिलकर बच्चा उठाया और उसे डॉक्टर कमलेश कुमार (मालिक केके हॉस्पिटल, आगरा) के पास ले गए। पुलिस टीम ने डॉक्टर कमलेश को भी जाल में फंसाकर गिरफ्तार किया। डॉक्टर ने बच्चे को सुंदर नामक व्यक्ति को बेचे जाने की बात कबूली। इसके बाद पुलिस ने सुंदर को राजस्थान सीमा से दबाेच लिया। आगे सुंदर की निशानदेही पर आगरा निवासी कृष्णा शर्मा और प्रीति शर्मा से अगवा बच्चा बरामद किया गया। आगे की पूछताछ में अन्य बिचौलियों व परिवारों तक पुलिस पहुंची और कुल पांच और बच्चों को अलग-अलग जगहों से छुड़ाया गया।

बचाए गए बच्चे6 माह का बच्चा – सराय काले खां से अगवा, आगरा से बरामद, 1 माह बच्चा – नैनीताल से बरामद, 2 माह का बच्चा – आगरा से बरामद, 2 माह का बच्चा – रचीता उर्फ रुबीना के कब्जे से बरामद, 10 दिन का बच्चा – आगरा से बरामद और 1 साल की बच्ची – फतेहाबाद (उप्र) से बरामद।

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हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी