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हल्द्वानी, 7 सितंबर (हि.स.)। बागजाला गांव में भूमि के मालिकाना अधिकार, निर्माण कार्यों पर लगी रोक हटाने, पंचायत चुनाव का अधिकार बहाल करने समेत आठ सूत्रीय मांगों पर अखिल भारतीय किसान महासभा बागजाला कमेटी के नेतृत्व में ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन 21 वें दिन भी जारी रहा।
धरने के 21वें दिन राज्य सरकार, जिला प्रशासन और लालकुआं विधायक द्वारा की जा रही उपेक्षा से तंग आकर बागजाला के ग्रामीणों द्वारा भैंस के आगे बीन बजाकर सरकार को कुंभकर्णी नींद से जगाने का प्रयास किया गया।
वक्ताओं ने कहा कि, बागजाला की जनता के आंदोलन को 21 दिन बीत चुके हैं लेकिन बहुत क्षोभ की बात है कि राज्य सरकार, जिला प्रशासन या लालकुआं विधायक का कोई भी प्रतिनिधि धरना स्थल पर बागजाला की आंदोलनरत जनता की सुध लेने नहीं पहुंचा है। राज्य सरकार की इस उदासीनता और उपेक्षा के खिलाफ आज भैंस रूपी सरकार के सामने बीन बजाई गई। यदि सरकार की नींद अब भी न खुली तो संघर्ष विभिन्न रूपों में जारी रहेगा।
आज धरने के मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए मुकेश बौद्ध ने कहा कि, मैं बागजाला की जनता की मांग का समर्थन करते हुए राज्य सरकार से बागजाला गांव को राजस्व गांव बनाने की मांग करता हूं। उन्होंने कहा कि, यह बड़े हैरत की बात है कि इक्कीस दिनों के शांतिपूर्ण धरने के बाद भी बागजाला गांव के लोगों की सुनवाई नहीं हो रही है। लोकतंत्र में सरकार की जिम्मेदारी है कि वो जनता की आवाज को सुने, अन्यथा जनता के पास आंदोलन को तेज करने के अलावा कोई विकल्प शेष नहीं रहेगा।
अखिल भारतीय किसान महासभा बागजाला के प्रदेश अध्यक्ष आनन्द सिंह नेगी ने कहा कि, बिंदुखत्ता से लेकर दमुआढुंगा तक सभी बसासतों को मालिकाना अधिकार देने की प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा सरकार द्वारा की जा रही हैं तब मालिकाना अधिकार देने में बागजाला गांव के साथ सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है? सभी वन भूमि नजूल भूमि पर बसे हुए लोगों के लिए राज्य सरकार द्वारा एक साथ कार्ययोजना बनाकर मालिकाना अधिकार दिया जाना चाहिए।
21 वें दिन के धरने में मुख्य रूप से मुकेश बौद्ध, किसान महासभा प्रदेश अध्यक्ष आनन्द सिंह नेगी, भीम आर्मी के सिराज अहमद, नवीन आर्य, नफीस अहमद खान, संजय कुमार टम्टा, हरीश लोधी, भाकपा माले के शक्तिफार्म के नेता विष्णु पद साना, जीत राम, खीम चन्द्र आर्य, जीवन चन्द्र, आकाश भारती, मंजू सिंह, महिला नेता विमला रौथाण, डा उर्मिला रैस्वाल, वेद प्रकाश, डा कैलाश पाण्डेय, प्रेम सिंह नयाल, विमला देवी, हेमा देवी, पंकज चौहान, हरक सिंह बिष्ट, ऋषि मटियाली, मोहन लाल, दीवान सिंह बर्गली, एम एस मलिक, मीना भट्ट, गुलशन, विमला पाण्डे, सुन्दर लाल, ललीत प्रसाद , बापु देव, पावती, पनूली देवी, दिवानसिंह, भारती देवी, सुनीता प्रजापति, सरला सिंह, पुष्पा देवी, हेमादेवी, उमा, विपिन पनेरु, ललित, पंकज, चन्दन, निर्मला देवी, सुरेश चन्द्र, मुकादेवीं, असलम, नसीर अहमद, चमन, चंपा देवी, हरीश चंद्र, पार्वती देवी, मो परवेज, चन्दन सिंह मटियाली, यासीन, दिलीप, हेमंती, लोकेश कुमार, नारायण प्रसाद, दिनेश चन्द्र, भगवती आर्य, देवी आर्य, दया देवी, अनीता, सरस्वती, वासुदेव, ललित प्रसाद, महेश राम, कमला देवी, हरि गिरी, भगवती गोस्वामी, राधा, इरफान, शहजाद, भावना देवी, कमल, आनन्द राम, शिवम टम्टा, शाकिर, रामभजन, मिथलेश, चन्द्र, सरोज, कमला, जीवंती, दीपा, सुनीता, सुषमा आर्य, विद्या, ललिता, शकुन्तला, दुर्गा देवी, आदि शामिल रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / अनुपम गुप्ता