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नवादा, 7 सितंबर (हि.स.)। मुंशी प्रेमचंद की स्मृति में आगामी 10 सितम्बर को प्रेम उत्सव का आयोजन दिल्ली में किया जा रहा है। आयोजन को यादगार बनाने की प्रक्रिया में राष्ट्रकवि रामधारी सिंह 'दिनकर' स्मृति न्यास सक्रिय भूमिका निभा रहा है।
उपरोक्त जानकारी देते हुए रविवार को राष्ट्रकवि रामधारी सिंह 'दिनकर' स्मृति न्यास के अध्यक्ष नीरज कुमार ने बताया कि मुंशी प्रेमचंद हिन्दी और उर्दू साहित्य के ऐसे विराट शख्सियत थे, जिनकी लेखनी ने भारत की आत्मा को शब्दों में पिरोया। वे केवल एक लेखक नहीं, बल्कि विचार, संवेदना और सामाजिक चेतना के वाहक थे। वे वास्तव में 'कलम के सिपाही' थे, जिन्होंने अपनी रचनाओं से सामाजिक विषमताओं पर प्रहार किया और एक समरस व समावेशी समाज की कल्पना को जीवंत किया।
उन्होंने बताया कि आगामी 10 सितम्बर को राष्ट्रकवि रामधारी सिंह 'दिनकर' स्मृति न्यास द्वारा मुंशी प्रेमचंद की 22 कालजयी कहानियों का 22 भाषाओं में एक ही मंच पर नाट्य मंचन कराया जा रहा है। इस अवसर पर प्रकाशित 'प्रेमचंद का रंगमंच' स्मारिका का विमोचन भी तय है।
नीरज ने बताया कि 'प्रेम उत्सव-2025' को सफल और यादगार बनाने की प्रक्रिया में न्यास के साथ ही कई लब्ध प्रतिष्ठित रचनाकार, कलाकार व सहभागीगण अपना सक्रिय योगदान दे रहे हैं। यह आयोजन देशभर में साहित्यिक व सांस्कृतिक गतिविधियों को नवीन ऊर्जा के साथ द्रुत गति प्रदान करने की प्रक्रिया में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएगा। उन्होंने नवादा जिले के साथ ही बिहार व देश भर के साहित्यप्रेमियों को इस आयोजन में अपनी सक्रिय उपस्थिति दर्ज कराने का आह्वान किया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / संजय कुमार सुमन