पर्युषण महापर्व आत्मशुद्धि का पर्व : दीपांशु जैन शास्त्री
दसलक्षण महापर्व का 10वां दिन उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म के रूप में मनाया ‌मुरादाबाद, 07 सितंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद दिगम्बर जैन समाज की ओर से रविवार को दसलक्षण महापर्व का 10वां दिन उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म के रूप में मनाया। लोहागढ़ स्थित जैन
लोहागढ़ स्थित जैन मंदिर में पूजा अर्चना करते श्रद्धालु।


दसलक्षण महापर्व का 10वां दिन उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म के रूप में मनाया

‌मुरादाबाद, 07 सितंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में मुरादाबाद दिगम्बर जैन समाज की ओर से रविवार को दसलक्षण महापर्व का 10वां दिन उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म के रूप में मनाया। लोहागढ़ स्थित जैन मंदिर में ब्रह्मचर्य धर्म के पावन अवसर पर भगवान के अभिषेक एवं शांतिधारा में समस्त जैन समाज ने बड़ी संख्या में सहभागिता की गई। जयपुर राजस्थान से पधारे दीपांशु जी शास्त्री की ओर से पूर्ण विधि विधान से नमन अभिषेक एवं शांतिधारा सम्पंन कराने के बाद कहा कि जैन समाज में में पर्युषण महापर्व का बहुत अधिक महत्व है। यह आत्मशुद्धि का पर्व है।

पर्यूषण पर्व के पावन अवसर पर मूलनायक भगवान श्री चंद्रप्रभु भगवान का स्वर्ण कलश से मस्तकाभिषेक करने एवं स्वर्ण एवं रजत झारी से भगवान की शांति धारा करने का परम सौभाग्य पंकज जैन, यश जैन, पारिशा जैन, अतिशय जैन, रिद्धिमा जैन परिवार को प्राप्त हुआ। प्रथम चार कलश से प्रभु का अभिषेक राजीव जैन, अमित जैन, प्रिंस जैन, आशीष जैन ने किया। श्रद्धालुओं की ओर से भगवान का अभिषेक, प्रक्षालन एवं मंगल आरती की गई ।

भोपाल से पधारे संगीतकार शोभित जैन ने भक्तिमय स्वर लहरियों से भजनों द्वारा समा बांध दिया। अध्यक्ष दिगंबर जैन समाज अनिल जैन ने सभी का आभार व्यक्त किया। इस दौरान मुरादाबाद जैन समाज की समस्त कार्यकारिणी एवं महिला जैन समाज की अध्यक्ष नीलम जैन एवं पूरी महिला महिला कार्यकारिणी उपस्थित रहीं।

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हिन्दुस्थान समाचार / निमित कुमार जायसवाल