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जींद, 7 सितंबर (हि.स.)। उचाना कलां की मानव रहित फाटक की जगह बने अंडरपास में अब बारिश के बाद जलभराव नहीं होगा। यहां पर पीडब्लयूडी द्वारा करीब 75 लाख रुपए की राशि खर्च के शैड लगाया है। वाहन चालकों, किसानों की काफी पुरानी मांग पूरी हो गई है। लाइन पार जाने के लिए लितानी रोड फाटक, उचाना कलां की मानव रहित फाटक पर अंडरपास रेलवे ने बनाया है। लितानी रोड फाटक पर शैड काफी समय पहले लग चुका है तो उचाना कलां अंडरपास पर शैड नहीं होने से बारिश के बाद कई-कई फीट पानी कई दिन तक भरा रहता था। किसानों को खेतों में जाने, वाहन चालकों को आवागमन में परेशानी का सामना जलभराव से होता है।
राममेहर, अमित, गौरव, राजू ने कहा कि बारिश के बाद अंडरपास में जलभराव होने के चलते आवागमन बंद हो जाता है। कई-कई फीट पानी भरने से वाहन भी आवागमन के दौरान पानी में बंद हो जाते थे। वाहनों को काफी नुकसान होता है। खेतों में जाने वाले किसानों को भी आने-जाने में जलभराव होने से लितानी रोड अंडरपास से होकर आना-जाना पड़ता है। अंडरपास पर अब शैड लगने से यहां पर जलभराव होने की जो समस्या थी वो काफी हद तक दूर होगी।
लंबे समय से मांग की जा रही थी। इसको लेकर भाजपा विधायक देवेंद्र चतरभुज अत्री से भी मिले थे। विधायक ने आशवसन दिया अंडरपास पर शैड लगाने को लेकर वो उच्चाधिकारियों से बातचीत करेंगे। अब अंडरपास का काम पूरा होने से उनकी मांग पूरी हो गई है। रविवार को पीडब्ल्यूडी विभाग उचाना के जेई सोहन ने बताया कि उचाना कलां के मानव रहित फाटक की जगह बने अंडरपास पर शैड लगाने का काम पूरा हो चुका है। करीब 75 लाख रुपए इस पर खर्च हुए है।
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हिन्दुस्थान समाचार / विजेंद्र मराठा